उत्तर प्रदेश के बहराइच स्थित महसी के भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह को जान से मार डालने की धमकी मिली है। मात्र 24 मिनट के भीतर खुद को सुपारी किलर बताने वाले एक व्यक्ति ने उन्हें 7 बार फोन कॉल कर के धमकी दी। उत्तर प्रदेश प्राक्कलन समिति के सदस्य सुरेश्वर सिंह ( 11 जुलाई, 2021) को ये धमकियाँ मिलीं। विधायक ने स्थानीय डीएम और एसपी को कॉल कर के सारी जानकारी दे दी है।
साथ ही उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिख कर भी कहा है कि वो इस मामले में जाँच करा के कार्रवाई का निर्देश दें। विधायक ने जानकारी दी कि रात 10:21 बजे उनके मोबाइल नंबर 9415036649 पर 5944248 नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि उसे विधायक की हत्या की सुपारी मिल चुकी है और वो उन्हें जान से मार डालेगा। उसने 10:45 तक 7 बार फोन कॉल किया।
इस दौरान उसने ये भी कहा कि सुरेश्वर सिंह की हत्या के बाद महसी में विधानसभा का उपचुनाव होगा। बहराइच शहर व महसी में स्थित कुछ पेट्रोल पंपों सहित कुछ अन्य स्थानों के उसने नाम भी गिनाए। विधायक ने आनन-फानन में उसी रात 10:47 बजे पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह को फोन पर मामले की जानकारी दी। तत्पश्चात जिलाधिकारी दिनेश चंद्र को घटना के बारे में बताया। सुरेश्वर सिंह खानदानी भाजपाई हैं और उनके पिता सुखदाराज सिंह जनसंघ से जुड़े हुए थे।
उक्त प्रकरण महसी विधायक, श्री सुरेश्वर सिंह को इंटरनेट कॉल के माध्यम से धमकी देने के प्रकरण में थाना कोतवाली नगर में सुसंगत धाराओ में अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक कार्यवाही किए जाने के सम्बंध में पुलिस अधीक्षक नगर, श्री कुँवर ज्ञानंजय सिंह की बाईट। pic.twitter.com/DxRt2bnkHx
— BAHRAICH POLICE (@bahraichpolice) July 12, 2021
उनके पिता भी विधायक रहे थे। उनकी माँ नीलम सिंह भी भाजपा से विधायक रही हैं। वो केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के करीबी हैं। अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने उनके पत्र का त्वरित संज्ञान लिया है। उन्होंने 2 बार विधायक को फोन कॉल कर के घटना की न सिर्फ जानकारी ली, बल्कि कार्रवाई का भी आश्वासन दिया। विधायक ने स्थानीय एसपी में इस मामले में शिथिलता बरतने का आरोप लगाया।
जबकि एसपी का कहना है कि बहराइच के विधायक सुरेश्वर सिंह को धमकी दिए जाने के मामले में कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है और मामले की पूरी गंभीरता के साथ जाँच कराई जा रही है। विधायक ने बताया कि 11 वर्ष पूर्व भी उन्हें आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की ओर से एक माह तक धमकियाँ मिलती रही थीं। 2011 में उनके घर छुरा फेंका गया था। उनके व उनके सहयोगी अवधेश सिंह के यहाँ आगजनी हुई थी। उनके घर पर पत्र फेंके गए थे।