Sunday, September 1, 2024
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‘गुस्ताख-ए-नबी की इक सजा, सर तन से जुदा’: यति नरसिंहानंद के खिलाफ मुस्लिम बच्चों ने लगाए नारे, वीडियो वायरल

ये बच्चे 7 या 8 साल से अधिक उम्र के नहीं दिखते हैं। वे स्वामी यति नरसिंहानंद के खिलाफ एक पोस्टर को हाथ में लेकर चलते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में बच्चे "गुस्ताख-ए-नबी की इक सजा, सर तन से जुदा, सर तन से जुदा" कहते हुए दिखाई दे रहे हैं।

पैगम्बर मुहम्मद के खिलाफ विवादित बयानबाजी करने वाले डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद के खिलाफ सोमवार को मुस्लिम बच्चों ने ‘सर तन से जुदा’ के नारे लगाए। दरअसल, पिछले हफ्ते आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान ने अपने ट्विटर अकाउंट पर महंत की गर्दन काट देने की बात की थी। तब से लाखों मुसलमानों मुहम्मद के खिलाफ विवादित बयान देने के लिए यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की माँग कर रहे हैं। इसका एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें छोटे बच्चे कथित ईशनिंदा के लिए महंत का सिर धड़ से अलग करने के लिए नारे लगाते हुए नजर आ रहे हैं।

ट्विटर पर वायरल हो रहे इस वीडियो में बच्चों के समूह को स्वामी यति नरसिंहानंद की निंदा करने के लिए कहा गया। ये बच्चे 7 या 8 साल से अधिक उम्र के नहीं दिखते हैं। वे स्वामी यति नरसिंहानंद के खिलाफ एक पोस्टर को हाथ में लेकर चलते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में बच्चे “गुस्ताख-ए-नबी की इक सजा, सर तन से जुदा, सर तन से जुदा” कहते हुए दिखाई दे रहे हैं। बच्चों ने नारे लगाए कि पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ बोलने वाले के लिए केवल एक ही सजा है और वह है उसका सिर धड़ से अलग कर देना चाहिए।

दरअसल, दिल्ली पुलिस ने आप विधायक अमानतुल्ला खान की शिकायत पर हाल ही में महंत नरसिंहानंद के खिलाफ मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को कथित तौर पर आहत करने के लिए प्राथमिकी दर्ज की थी। खान ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि मैंने नरसिंहानंद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। कार्रवाई के बावजूद अमानतुल्ला खान की पोस्ट ने हिंदू पुजारी के जीवन को भारी जोखिम में डाल दिया है। जब से खान सोशल मीडिया पर शेयर की गई वीडियो वायरल हुई है, तब से हजारों मुस्लिम उनकी हत्या की वकालत कर रहे हैं।

बता दें कि इस मामले में दिल्ली पुलिस ने अमानतुल्लाह खान के खिलाफ भी FIR दर्ज की है। अमानतुल्लाह पर ये एफआईआर यति नरसिंहानंद सरस्वती का गला काटने की बात कहने के आरोप में दर्ज की गई है।

गौरतलब है कि शुक्रवार 9 अप्रैल 2021 को नमाज के बाद बड़ी संख्या में मुसलमान बरेली के इस्लामिया ग्राउंड में जमा हुए। इस दौरान उन्होंने यति नरसिंहानंद के खिलाफ कार्रवाई की माँग की। मौलवियों ने म​हंत का सिर काटकर अलग करने के नारे लगाए और उनकी गिरफ्तारी को लेकर भाषण दिया। कई मुसलमानों ने ट्विटर पर घटना का वीडियो साझा किया, जहाँ उन्होंने यति नरसिंहानंद को ‘भगवा आतंकवादी’ बताया था।

उसी दिन मध्य प्रदेश की बालाघाट पुलिस ने शहर के जामा मस्जिद रोड में यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ पोस्टर लगाने वाले मुस्लिम समुदाय के 4 लोगों मतिन अजहरी, कासिम खान, सोहेब खान और रजा खान को गिरफ्तार किया था।

गौरतलब है कि एक वीडियो सामने आने के बाद से मुसलमान यति नरसिंहानंद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की माँग कर रहे हैं। यति नरसिंहानंद ने हाल ही में प्रेस क्लब में अपने वक्तव्य में पैगंबर मोहम्मद के लिए विवादित टिप्पणी की थी। इसके अलावा इस्लाम धर्म के बारे में भी आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था।

बता दें, साल 2020 में फ्रांस में पैगंबर मुहम्‍मद के कार्टून विवाद में एक टीचर का मुस्लिम व्यक्ति ने सिर कलम कर दिया था। 2019 में हिंदू महासभा नेता कमलेश तिवारी की मुहम्मद की आलोचना करने उनके कार्यालय में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 2015 और 2016 की शुरुआत में लाखों मुसलमानों ने सार्वजनिक रूप से कमलेश तिवारी की हत्या के लिए भारत के कई शहरों में सड़कों पर उतरे थे। इस्लामी नेताओं, राजनेताओं और इमामों द्वारा हत्या के नारे लगाने वालों को प्रोत्साहित भी किया गया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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