सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें मुस्लिम बच्चों को भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा की तस्वीर पर पेशाब करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे ये मुस्लिम बच्चे हँसते और ठहाके लगाते हुए नूपुर शर्मा की तस्वीर पर पेशाब कर रहे। इन वीडियोज को देख कर लोग ‘शौर्य (2008)’ फिल्म में ‘ब्रिगेडियर रूद्र प्रताप सिंह’ के डायलॉग को याद कर रहे हैं। इस किरदार को अभिनेता केके मेनन ने निभाया था।
“बच्चे नहीं हैं, आतंकवादी के पिल्ले हैं साले” pic.twitter.com/lT8aDTj88U
— Madhur Singh (@ThePlacardGuy) June 11, 2022
सोशल मीडिया पर ‘द प्लाकार्ड गाय’ नाम से मशहूर मधुर ने इस वीडियो को शेयर किया। इस वीडियो में नूपुर शर्मा की तस्वीर पर उनके चेहरे के सामने फाँसी का फंदा बना हुआ देखा। साथ ही उनकी तस्वीर पर क्रॉस का निशान भी लगाया हुआ है। इस दौरान आसपास मौजूद लोग उन बच्चों को उत्साहित करते हुए सुनाई देते हैं और सब हँसी-ठहाके लगाते रहते हैं। हालाँकि, फ़िलहाल ये स्पष्ट नहीं है कि ये वीडियो किस इलाके का है।
ये वीडियो तब सामने आया है, जब प्रयागराज में मुस्लिम भीड़ द्वारा किए गए दंगों में भी नाबालिगों को आगे रखने की घटनाएँ सामने आईं। हिंसक प्रदर्शनों में बच्चों के इस्तेमाल पर ‘राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR)’ ने भी आपत्ति जताई है। पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी का आरोप लगाते हुए मुस्लिम भीड़ ने देश के कई शहरों में जुमे की नमाज के बाद दंगे किए, जिनमें यूपी के प्रयागराज और झारखंड की राजधानी राँची में स्थिति सबसे ज्यादा बिगड़ गई।
इसी तरह नवीं मुंबई में बुर्का पहनी कई महिलाओं के साथ-साथ बच्चियों को भी नूपुर शर्मा के विरोध में प्रदर्शन में शामिल किया गया। बुजुर्गों से लेकर युवा तक सड़कों पर उतर कर माहौल बिगाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। एक वीडियो में देख सकते हैं कि कैसे तीन युवक खुलेआम नुपूर शर्मा की हत्या की बात बेखौप कर रहे हैं। इन युवकों की उम्र ज्यादा नहीं है लेकिन रील्स में ये कहते सुनाई पड़ते हैं, “जिसने नबी की शान में गुस्ताखी की है। कानून का काम है उसे फाँसी देना और अगर हम इंसाफ पर उतर आए तो हमें आतंकवादी मत कहना।”