Wednesday, November 20, 2024
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रिश्तेदारों ने खतना न होने का डर दिखाकर ‘नरेंद्र मोदी’ का नाम बदलकर रखा मोहम्मद मोदी

बच्चे की माँ का दावा है कि रिश्तेदारों ने बच्चे का अकीका और खतना न होने का डर दिखाया है। साथ ही, सामाजिक बहिष्कार की भी बात कही गई। यही वजह है कि उसने नरेंद्र मोदी के बदले मोहम्मद अल्ताफ आलम मोदी नया नाम दे दिया।

लोकसभा चुनाव परिणाम के दिन उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक मुस्लिम परिवार में जन्म लेने वाले बच्चे का नामकरण अब मोहम्मद अल्ताफ आलम मोदी कर दिया गया है। रिश्तेदारों के दबाव के कारण बच्चे के जन्म की तारीख को लेकर भी नया विवाद शुरू हो गया है। बच्चे की माँ का दावा है कि रिश्तेदारों ने बच्चे का अकीका और खतना न होने का डर दिखाया है। साथ ही, सामाजिक बहिष्कार की भी बात कही गई। यही वजह है कि उसने नरेंद्र मोदी के बदले मोहम्मद अल्ताफ आलम मोदी नया नाम दे दिया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों एवं कार्यक्रमों से प्रभावित होकर गोंडा जिले के एक मुस्लिम परिवार ने अपने नवजात बच्चे का नाम प्रधानमंत्री के नाम पर ‘नरेंद्र दामोदर दास मोदी’ रखने की बात कही थी। साथ ही, सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) को इस आशय का शपथ पत्र देते हुए बच्चे का नाम परिवार रजिस्टर में दर्ज कर जन्म प्रमाण पत्र जारी करने का अनुरोध किया था। हालाँकि, अब मुस्लिम महिला ने अपने बच्चे का नाम बदलकर ‘मोहम्मद अल्ताफ आलम मोदी’ रखने की बात कही है।

जन्मदिन को लेकर भी है विवाद

नाम के साथ ही बच्चे के जन्मदिन को लेकर भी विवाद शुरू हो गया है। बच्चे की माँ ने जन्मतिथि मई 23, 2019 को बताई थी, लेकिन अब कहा जा रहा है कि नवजात का जन्म 12 मई को ही हुआ था। सीएचसी वजीरगंज की डॉक्टर भावना का दावा है कि बच्चे का जन्म 12 मई को 12.59 बजे वजीरगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ था। डॉक्टर भावना 12 मई को ड्यूटी पर थीं, जब मेनाज बेगम हॉस्पिटल में भर्ती हुई थी। यह पूरी सच्चाई स्वास्थ्य केंद्र के अभिलेखों मे दर्ज है। लोकप्रियता के लिए 23 मई बताकर बच्चे का नाम नरेंद्र मोदी रखा। महिला अब समाज का डर बता रही है। 

लोगों के दबाव से परेशान होकर बदलना पड़ा नाम

इस घटना के ताजा रुझान यह हैं कि बच्चे की माँ मैनाज बेगम ने कहा कि समाज के डर से उन्होंने बच्चे का नाम बदल दिया है। बच्चे का नाम नरेंद्र मोदी के नाम पर रखे जाने की वजह से समाज के लोग काफी नाराज थे और नाम बदलने का दबाव बना रहे थे। रिश्तेदार नवजात का अकीका और खतना न होने की बात कहने लगे थे, जिससे बच्चा मुस्लिम से हिन्दू हो जाएगा। आखिरकार बच्चे का नाम मोहम्मद अल्ताफ आलम मोदी तय किया गया।

मीडिया के अनुसार, वजीरगंज कस्बे के परसापुर महरौर गाँव निवासी मोहम्मद इदरीस की बहू मेनाज ने 23 मई को बच्चे को जन्म दिया था। उसी दिन बच्चे के पिता मुश्ताक अहमद ने दुबई से फोन किया और पूछा कि क्या नरेंद्र मोदी आया है? मेनाज ने “हाँ” कहकर बेटे का नाम नरेंद्र मोदी रखने का निर्णय लिया था। शुरुआत में परिजनों ने भी बहू मेनाज के फैसले पर रजामंदी जताई। मुस्लिम परिवार में बच्चे का नाम नरेंद्र मोदी रखने पर मेनाज ने देशभर में सुर्खियाँ बटोरी थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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