Friday, September 13, 2024
Homeदेश-समाजवीडियो में कोरोना को अल्लाह का अजाब बताकर नोटों से नाक-मुँह साफ करने वाला...

वीडियो में कोरोना को अल्लाह का अजाब बताकर नोटों से नाक-मुँह साफ करने वाला युवक गिरफ्तार

"यह अपराध है। यह व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो सकता है। यह नोटों से अपनी नाक पोंछ रहा है। नाक पोंछकर और थूककर यह नोटों को भी संक्रमित कर सकता है।"

सोशल मीडिया पर एक युवक का वीडियो वायरल हो रहा था जिसमें युवक कोरोना वायरस को अल्लाह का अजाब (श्राप) बताकर पाँच सौ के नोटों की गड्डी पर नाक और मुँह पोंछते हुए नजर आ रहा था। नासिक पुलिस ने उस शख्स की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

नासिक पुलिस ने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने अपने ट्वीट में बताया कि नासिक ग्रामीण पुलिस (महाराष्ट्र ग्रामीण) की तरफ से अभियुक्त के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है और वह अब पुलिस की हिरासत में है।

ट्विटर पर यह वीडियो शेयर करते हुए इस वीडियो के साथ @THEFACTGLOBAL ने लिखा है- “यह अपराध है। यह व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो सकता है। यह नोटों से अपनी नाक पोंछ रहा है। नाक पोंछकर और थूककर यह नोटों को भी संक्रमित कर सकता है।” वीडियो में यह शख्स खुद भी ऐसे ही इशारे कर रहा है। इस वीडियो में वह यह कहता हुआ दिखाई दे रहा है – “कोरोना जैसी बीमारी का कोई इलाज नहीं है क्योंकि यह अल्लाह का अजाब है, आप लोगों के लिए।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

पुणे में गणपति विसर्जन पर खूब बजेंगे ढोल-नगाड़े, CJI चंद्रचूड़ वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने दी हरी झंडी: NGT ने लगाई थी रोक

सुप्रीम कोर्ट ने गणपति विसर्जन में ढोल-ताशे की संख्या पर सीमा लगाने वाले करने वाले NGT के एक आदेश पर रोक लगा दी है।

महंत अवैद्यनाथ: एक संत, एक योद्धा और एक समाज सुधारक, जिन्होंने राम मंदिर के लिए बिगुल फूँका और योगी आदित्यनाथ जैसे व्यक्तित्व को निखारा

सन 1919 में जन्मे महंत अवैद्यनाथ को पहले 'कृपाल सिंह बिष्ट' के नाम से जाना जाता था। उन्हें योगी आदित्यनाथ के रूप में अपना उत्तराधिकारी मिला।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -