नोएडा की एक महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वो सिक्योरिटी गार्ड्स को गंदी-गंदी गालियाँ बकती हुई नजर आ रही है। महिला ने बिहारियों को लेकर भी अपशब्द का प्रयोग किया और कहा, “ये यहाँ जितने भी बिहारी हैं ना यहाँ, Behen*h&d इनको सँभालो।” थाना सेक्टर-126 में जेपी सोसाइटी की उक्त महिला को रविवार (21 अगस्त, 2022) को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि सिक्योरिटी गार्ड ने गेट खोलने में देरी की, जिसके बाद उक्त महिला भड़क गई और कार का शिक्षा नीचे कर के गंदी-गंदी गालियाँ बकने लगी। इतना ही नहीं, उसने गार्ड का कॉलर पकड़ कर भी उसे घसीटा और उस पर हाथ चलाया। महिला ने गार्ड को धक्का भी मारा। गार्ड और उसके साथियों ने महिला से लाख आग्रह किया, उसने गाली देना बंद नहीं किया। उसकी पहचान भाव्या रॉय के रूप में हुई है, जो पेशे से वकील है।
बताया जा रहा है कि गिरफ़्तारी के बाद महिला खुद की ही गाड़ी से पुलिस थाना गई और इस दौरान वो खुद ही ड्राइव भी कर रही थी। आहत गार्ड ने अपने परिवार और बच्चों की दुहाई देते हुए कहा कि अब मैं ये नौकरी नहीं कर सकता, बहुत बेइज्जती हुई है। उसने कहा कि महिलाओं की इज्जत करने के बावजूद उसके साथ इस तरह का व्यवहार किया गया, वो भी एक पढ़ी-लिखी महिला द्वारा। लोगों ने ये भी बताया कि उस वक्त महिला शराब के नशे में थी।
वीडियो में महिला कहती है, “मैं तेरी $#ड फाड़ दूँगी। अबे भो%ड़ी के, तुम बहन%$द मेरी इज्जत करते हो? ये बोलेगा मेरे को माधर%$द? इसकी माँ की &त। तुमलोगों के टट्टे साले बड़े हो गए हैं, बहन%$द, तुम सबके लं%# काट के मुँह में खिला दूँगी भो%ड़ी के। This Shit Doesn’t Work. खाल खींच लूँगी इस माधर%$द की।” इस दौरान महिला ने अपनी जाँघ थपथपाते हुए हमला भी कर दिया। हालाँकि, इस दौरान गार्ड्स मिन्नतें करते रहें।
Women empowerment gone Wrong
— Deepika Narayan Bhardwaj (@DeepikaBhardwaj) August 21, 2022
Quite sure @noidapolice will not arrest her! pic.twitter.com/ts2elFtRzd
इस वीडियो के वायरल होने के बाद लोग इसे ‘अल्ट्रा फेमिनिज्म’ बताते हुए पूछ रहे हैं कि क्या इस महिला के घर पर भी बुलडोजर चलेगा? दीपिका नारायण भारद्वाज ने लिखा कि महिला सशक्तिकरण जब गलत हो जाता है तो ऐसा ही होता है। नीतू झा नामक पत्रकार ने पूछा कि महिलाएँ कब तक विक्टिम कार्ड खेलती रहेंगी? पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी ने कहा कि ये भी ऐसा ही व्यवहार कर रही है, जैसा श्रीकांत त्यागी ने किया था।