हरियाणा के नूहं जिले में 31 जुलाई को हुई हिंसा और दंगे के सिलसिले में अब तक 202 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 102 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इस हिंसा में छह लोगों की मौत हुई और 88 लोग घायल हुए हैं। नूहं हिंसा पर अपने बयान में हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने इसे एक बड़ा गेम प्लान बताया है। उन्होंने कहा कि सरकारी तंत्र को जानकारी मिल रही है कि गोलीबारी की घटनाएँ पूर्व नियोजित थीं और पत्थर एकत्र किए गए थे।
#WATCH इसके पीछे एक बड़ा गेम प्लान है। लोग मंदिरों के बगल की पहाड़ियों पर चढ़ गए, उनके हाथों में लाठियां थीं और प्रवेश बिंदुओं पर इकट्ठा हो गए, यह सब एक उचित योजना के बिना संभव नहीं है। गोलियां चल रही थीं, कुछ लोगों ने हथियारों का भी इंतजाम कर रखा था। ये सब एक योजना का हिस्सा है।… pic.twitter.com/x9UzCaQwrQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 5, 2023
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का यह बयान शुक्रवार (4 अगस्त, 2023) को आया है। अनिल विज ने अपने बयान में कहा कि हरियाणा सरकार 31 जुलाई 2023 को एक धार्मिक जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच हुई हिंसा की गहन जाँच के बिना जल्द किसी नतीजे पर नहीं पहुँचेगी। विज ने कहा कि फ़िलहाल हालात में सुधार होने पर इंटरनेट सेवाएँ बहाल कर दी जाएँगी।
विज ने मीडिया से कहा, “हिंसा करने वाले लोग मंदिरों के बगल की पहाड़ियों पर चढ़ गए, उनके हाथों में लाठियाँ थीं और वे अंदर जाने के रास्तों पर इकट्ठा हो गए। यह सब एक साजिश के तहत बनी योजना के बिना संभव नहीं है।”
#WATCH कुल 102 FIR दर्ज की गई हैं। 202 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 80 लोग एहतियातन हिरासत में हैं। हमें जानकारी मिल रही है कि गोलीबारी की घटनाएं पूर्व नियोजित थीं…छतों पर पत्थर जमा किये गए थे और लोगों ने पहाड़ियों पर जाकर गोलीबारी की। हम जानकारी एकत्र कर रहे हैं और… pic.twitter.com/sP0WKdQwbs
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 5, 2023
गृह मंत्री अनिल विज ने दावा किया, “मौके पर गोलियाँ चलाईं गईं थीं, किसी ने तो इनका इंतजाम किया होगा। गोलियाँ चल रही थीं। कहाँ से आए हथियार? यह सब एक योजना का हिस्सा है। हमें जानकारी मिल रही है कि गोलीबारी की साजिश रची गई थी… छतों पर पत्थर जमा किए गए थे और लोगों ने पहाड़ियों पर जाकर गोलीबारी की। हम जानकारी जुटा रहे हैं और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं।”
इससे पहले नूहं हिंसा में सोशल मीडिया की भूमिका को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में अनिल विज ने कहा कि इसको लेकर भी जाँच जारी है। सोशल मीडिया पर निगरानी रखने और स्कैनिंग के लिए तीन सदस्यों की एक समिति बनाई गई है। ये समिति बीती 21 जुलाई से लेकर 31 जुलाई के दौरान सोशल मीडिया के फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सप्प प्लेटफॉर्म को स्कैन करेंगी। अगर इस दौरान किसी ने भी उत्तेजक पोस्ट डाली होगी तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं प्रदेश के गृह मंत्री ने लोगों से अपील की है कि सोशल मीडिया पर ऐसा कुछ भी न तो पोस्ट करें, न ही किसी को फॉरवर्ड करें जो भड़काऊ हैं। ऐसा इसलिए कि सोशल मीडिया जाँच एजेंसियों की निगाह है, जो भी दोषी पाए जाएँगे, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
चलेंगे बुलडोजर
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि जरूरत होगी तो प्रशासन बुलडोजर चलाने से गुरेज नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि इसके पीछे जो भी मास्टर माइंड होगा उसको भी हिसाब देना होगा। गृहमंत्री ने कहा कि जनता को हुए नुकसान की भरपाई दंगाइयों की संपत्ति से की जाएगी। पुलिस लोगों के बयान दर्ज कर रही है और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
हरियाणा के गृहमंत्री ने उन पत्रकारों से भी मदद की अपील की, जो 31 जुलाई से दंगों को कवर करने के लिए नूहं गए हैं। पत्रकारों से अधिकारियों को दंगों की जाँच में मदद करने के लिए वीडियो और फीड देने के लिए कहा गया। उन्होंने उन लोगों से भी यही अनुरोध किया जो उस जुलूस का हिस्सा थे, जहाँ सबसे पहले हिंसा भड़की थी।
बाहर से लाए गए थे लोग
इसी बीच खबर है कि अपनी जाँच को आगे बढ़ाने के लिए पुलिस रिमांड में चल रहे अलवर जिला के अशफाक और साबिर से पूछताछ की गई है। दोनों ने बताया कि खेड़ला चौक पर शोभायात्रा पर हमला होने को लेकर एक रात पहले ही एक वाट्सएप ग्रुप में मैसेज डाला गया था। जिसके बाद सभी दंगाई लोगों से नूहं पहुँचने के लिए कहा गया था।
जाँच में यह बात भी सामने आई है कि नल्हड़ मंदिर से लौट रही शोभायात्रा में शामिल लोगों पर खेड़ला चौक पर भी घेर कर हमला किया गया था। तभी भरतपुर और अलवर जिला से एक डंपर और एक बस में साइबर क्राइम थाने पर हमला करने के लिए मुस्लिम युवकों को लाया गया था। हिंसा के दौरान भीड़ ने साइबर थाने के बाहर और अंदर खड़े वाहनों में आग लगा दी थी। साथ ही करीब 20 पुलिस कर्मियों पर पथराव किया गया और उन्हें जान से मारने के लिए गोली भी चलाई गई।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नूहं के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह बिजारणिया ने कहा कि उन्हें अब तक झड़पों के पीछे कोई मास्टरमाइंड होने का कोई संकेत नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि इसमें असामाजिक तत्वों का हाथ है। उनकी पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जाँच चल रही है। जाँच की दिशा भी तय है पर अधिक बताने से जाँच प्रभावित होगी। साइबर सेल उन संदेशों को खंगाल रही कि भड़काऊ वीडियो तथा व्हाट्सप्प मैसेज कहाँ से डाले गए हैं।
गौरतलब है कि हिंदुओं की शोभायात्रा जुलूस पर मुस्लिम भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद नूहं में दो होम गार्ड और एक मौलवी सहित छह लोगों की मौत हो गई है।