हरियाणा के नूहं में हुई हिंसा और दंगा की घटना के बाद आरोपितों की धर-पकड़ के साथ बुलडोजर एक्शन भी जारी है। हरियाणा की खट्टर सरकार ने सख्त रवैया अपनाते हुए जिस सड़क से बृज मंडल शोभायात्रा शुरू हुई थी उसी सड़क पर अवैध निर्माण पर बुलडोजर चल रहा है। फिलहाल वहाँ मौजूद 45 अवैध दुकानों को तोड़ा जा रहा है। साथ ही उस तीन मंजिला मकान को भी धराशायी कर दिया गया है जिसके छत से दंगाइयों द्वारा हिन्दुओं की शोभायात्रा पर पत्थर बरसाए गए थे। इसी छत से पत्थरबाजी का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
इससे पहले शुक्रवार (4 अगस्त, 2023) को भी वन विभाग की जमीन पर कब्ज़ा जमाए आरोपितों की 10 दुकानों को बुलडोजर चलाकर गिरा दिया गया था। इसके पहले गुरुवार को भी तावडू में 250 झुग्गियों को ध्वस्त कर दिया गया था। यह कार्रवाई उन इलाकों में हो रही है जहाँ से पथराव हुआ या आरोपितों के अवैध घर पाए गए। वैसे कहा जा रहा है कि जिन अवैध झुग्गियों पर कार्रवाई हुई उनमें बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुस्लिम रह रहे थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नूंह में हुई हिंसक घटना के बाद शनिवार को भी प्रशासन की ओर से बुलडोजर की कार्रवाई जारी है। कार्रवाई के लिए भारी मात्रा में पुलिस फ़ोर्स तैनात किया गया है। आज सुबह से खट्टर सरकार का बुलडोजर नूहं में दंगाइयों के मकानों को जमींदोज करने के लिए दौड़ रहा है। वहीं सुरक्षा के पहलू को ध्यान में रखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान तैनात हैं। डिस्ट्रिक्ट टाउन प्लानर विनेश कुमार के मुताबिक, आज 7 जगहों पर बुलडोजर की कार्रवाई हो रही है। नूहं में जिन जगहों पर बुलडोजर कार्रवाई हो रही है उनमें पुन्हाना, नई गाँव, सिंगार, बिसरू, डिडौली, पिनगवा, फिरोजपुर शामिल हैं।
गौरतलब है कि 31 जुलाई, 2023 को हरियाणा के नूहं जिले में मुस्लिम भीड़ द्वारा हिन्दुओं की शोभायात्रा पर पथराव और गोलीबारी की गई थी। वहीं दंगे भड़कने के चार दिन बाद ही जिला प्रशासन ने तावडू कस्बे में कथित तौर पर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर बनाई गई 250 झुग्गियों और अन्य अतिक्रमणों को ढहा दिया था। हालाँकि, गृह मंत्री अनिल विज ने अपने बयान में इस बात का संकेत दिया था कि नूहं हिंसा में शामिल आरोपितों की सम्पत्तियों पर बुलडोजर की कार्रवाई हो सकती है, लेकिन प्रशासन ने इससे इनकार किया है। नूहं जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि बुलडोजर की कार्रवाई का हिंसा की घटना से कोई लेना-देना नहीं है।
सीएम खट्टर के आदेश पर कार्रवाई
नूहं के डीसी प्रशांत पंवार का कहना है कि बुलडोजर की कार्रवाई का हालिया हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है। यहाँ यह भी बता दें कि शुक्रवार को जो मकान तोड़े गए उनमें से ज्यादातर नल्हड़ शिव मंदिर के रास्ते में थे, जहाँ बृज मंडल यात्रा के दौरान हिंसा हुई थी। अवैध कब्जे के खिलाफ यह कार्रवाई सीएम मनोहर लाल के आदेश पर की जा रही है। इस अभियान के तहत नलहर शिव मंदिर के पीछे पाँच एकड़ वन भूमि को मुक्त कराया गया है। इसके अलावा पुन्हाना में छह एकड़, धोबी घाटी में एक एकड़ और नांगल मुबारिकपुर में दो एकड़ वन भूमि मुक्त कराई गई है।
बता दें कि हरियाणा के नूहं जिले में 31 जुलाई को हुई हिंसा और दंगे के सिलसिले में अब तक 202 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 102 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इस हिंसा में छह लोगों की मौत हुई और 88 लोग घायल हुए हैं। नूहं हिंसा पर अपने बयान में हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने इसे एक बड़ा गेम प्लान बताया है। उन्होंने कहा कि सरकारी तंत्र को जानकारी मिल रही है कि गोलीबारी की घटनाएँ पूर्व नियोजित थीं और पत्थर एकत्र किए गए थे।