टी-20 वर्ल्ड कप में भारत के खिलाफ़ पाकिस्तानियों की जीत से खुश होकर कश्मीर में कई जगह लोग नाचते हुए दिखाई दिए थे। SKIMS मेडिकल कॉलेज की तो वीडियो भी आई थी जिसके कारण कश्मीर पुलिस ने मामले को यूएपीए के तहत दर्ज किया। अब शर्मनाक बात ये है कि सोशल मीडिया पर इस केस के कारण नाराज कट्टरपंथी गैर मुस्लिमों, गैर कश्मीरियों को निशाना बनाने के साथ एक छात्रा की फोटो शेयर करके उस पर पुलिस मुखबिर होने का इल्जाम मढ़ रहे हैं और आरएसएस को आतंकी समूह कह रहे हैं।
It’s sad to see that some non-local students including girls are being harassed by those who indulged in Anti-India sloganeering in Kashmir. Harassment has now led to this threat by Pakistani terror group front of Lashkar e Tayyiba. J&K Police has taken cognizance of the matter. pic.twitter.com/C8WTgTtYAh
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) October 26, 2021
कश्मीर रिपोर्ट के पत्रकार अब्दुल्ला गाजी ने कई ट्वीट किए और अनन्या जामवाल को टैग करते हुए दावा किया कि वो पुलिस की मुखबिर हैं और SKIMS छात्रों पर हुई FIR और UAPA लगवाने की मुख्य दोषी। ट्वीट में उसने बताया कि इनकी पहचान आरएसएस सदस्य और कार्यकर्ता अनन्या जामवाल के तौर पर हुई हैं। वह एक बाहरी डोगरा हैं जो कि इसी कॉलेज से मेडिकल कॉलेज की पढ़ाई कर रही हैं।
Police informer and main culprit behind SKIMS FIR & UAPA identified as RSS member & worker Ananya Jamwal, an outsider Dogra who's currently persuing her medical course from the collage.
— Abdullah Ghazi (@Abdullah__Ghazi) October 26, 2021
Sanghan along with other RSS workers launched a massive campaign against local Kashmiri
1/2 pic.twitter.com/K90ybrld6b
अब्दुल गाजी ने अनन्या के विरुद्ध कई ट्वीट किए हैं और उन्हें संघन कहते हुए कहा है कि वह स्थानीय कश्मीरों के विरुद्ध भारी कैंपेन चला रही थीं। गाजी का दावा है कि वह खुलेआम कश्मीरी लड़की को प्रताड़ित कर चुकी हैं। आगे कहा गया कि अनन्या एक आरएसएस चरमपंथी से जुड़ी हैं जो जम्मू की है और एक बाहरी डोगरा है, नाम मोनिका लांघे हैं जो कश्मीरियों को धमकाती हैं।
The above RSS extremist has been continuously in touch with this lady named as Monika Langeh who too is an outsider Dogra & hails from Jammu.
— Abdullah Ghazi (@Abdullah__Ghazi) October 26, 2021
In a shot video she posted on her YouTube she threatened Kashmiris with 'dire consequences' in which she spewed venom against Kashmiris. pic.twitter.com/3YKZfiS7RE
अपने आगे के ट्वीट में अब्दुल्लाह गाजी ने आरएसएस कार्यकर्ताओं को आतंकियों का समूह कहा है और ये भी लिखा है कि वो गौरक्षकों, मॉब लिंचिंग और रेप करने के लिए जाने जाते हैं। अब्दुल गाजी ने यह भी दावा किया कि उसके सूत्र कहते हैं कि कॉलेज में पढ़ने वाले आरएसएस सदस्य कश्मीरी छात्रों को फेक एनकाउंटर्स की धमकी देते हैं।
⚠️ Voilent Content ⚠️
— Abdullah Ghazi (@Abdullah__Ghazi) October 26, 2021
The RSS terrorist threatens with demographic changes on which the ideology of the Himduvta terrorist is based on! pic.twitter.com/pBft4BdgG5
अब अब्दुल्लाह के इन्हीं ट्वीट को शेयर करते हुए अनन्या जामवाल ने खुद कहा है, “क्या ये आदमी इन आरोपों को सिद्ध कर सकता है कि ये मुझे क्यों धमकी दे रहा है।” अनन्या ने जम्मू-कश्मीर पुलिस, देश की राष्ट्रीय जाँच एजेंसी, देश के गृहमंत्री, रक्षामंत्री और प्रधानमंत्री समेत कुछ लोगों को टैग करते हुए कहा है कि वो डरा हुआ महसूस कर रही हैं। वह पूछती हैं इन लोगों का मकसद क्या है।
Can he prove these allegations and why he is threatening me? @JmuKmrPolice @NIA_India @drmonika_langeh @Chatterj1Asking @iSinghApurva @rajnathsingh @AmitShah @narendramodi I am feeling threatened. What is their motive? https://t.co/m3p68ozqll
— Ananya Jamwal (@AnanyaJamwal2) October 26, 2021
बता दें कि इस केस में बात सिर्फ इल्जाम लगाने तक सीमित नहीं है। समुदाय विशेष के दावे के साथ ही यूनाइटिड लिबरेशन फ्रंट जम्मू-कश्मीर सक्रिय हो गया है, जिसे लश्कर का ही एक समूह बताया जाता है और पिछले दिनों जो गैर कश्मीरियों को मारने में आगे था। इस समूह ने 26 अक्टूबर को बयान जारी कर कहा है कि उन्हें खबर मिल गई है कि इन एफआईआर के पीछे किसका हाथ है। गैर स्थानीय कर्मचारी और छात्रों को चेतावनी दी जाती है कि वो ऐसी गतिविधियों में शामिल न हों।
यूएलएफ के बयान के मुताबिक, “हम तत्वों को चेतावनी दे रहे हैं क्योंकि हम जानते हैं कि ये कौन हैं। 48 घंटों का समय दिया जाता है कि माफी माँग लें। वरना अंजाम भुगतना होगा…हम इन्हें पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि ये किसी गैर कश्मीरी गतिविधि में शामिल न हों। वरना हम ये फर्क नहीं करेंगे कि कौन क्या है। जिन भी गैर स्थानीय कर्मचारी और छात्रों ने डॉक्टर और छात्रों की थाना सौरा, करण नगर..में शिकायत दी है उन्हें चेतावनी दी जा रही है। हम सब देख रहे हैं। बाद में इल्जाम मत देना जो कहर तुम पर बरपेगा।”