बिहार की राजधानी पटना के दिल्ली मॉडल पब्लिक स्कूल (DMPS) में 8 साल के बच्चे का ‘कलावा’ (लाल रंग का रक्षा सूत्र) काटने के मामले में अब स्कूल ने अपना पक्ष सामने रखा है। हमने इस मामले में स्कूल के प्रिंसिपल दीपक कुमार सिंह से बात की। उनका कहना है कि बच्चे की कलाई पर बँधे कलावा को स्कूल के टीचर ने नहीं काटा है। उन्होंने बस बच्चों से रक्षा सूत्र काट कर आने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि बच्चे ने घर पर खुद से कलावा काट लिया और इसी दौरान उसकी कलाई कट गई होगी।
इतना ही नहीं, दिल्ली मॉडल पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल दीपक कुमार सिंह का तो यहाँ तक कहना है कि प्रज्ञा भूमिहार (जिस बच्चे का कलावा कटने पर बवाल, उसकी बड़ी बहन) ने जो कटे हुए निशान के साथ वाले हाथ की फोटो शेयर की है, वह भी बच्चे का नहीं है, बल्कि वह किसी 20-22 साल के लड़के का है। हालाँकि जब ऑपइंडिया ने इस पर प्रज्ञा से पूछा तो उनका कहना है कि वह उसी बच्चे का हाथ है और उनके पास उस बच्चे का पूरा वीडियो भी है, लेकिन नाबालिग होने की वजह से हम वह वीडियो इस्तेमाल नहीं कर सकते।
इस पूरे विवाद के पीछे की वजह पूछे जाने पर स्कूल के प्रिंसिपल दीपक कुमार सिंह ने इसे फीस का मामला बताया। उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला स्कूल फीस को लेकर है। उनके अनुसार बच्चे के परिवार ने अप्रैल से लेकर अभी तक फीस जमा नहीं करवाया है। इसके लिए वो उन्हें बार-बार नोटिस देते रहते हैं, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आता और जब मिलने के लिए बुलाया जाता है तो कहते हैं कि टाइम नहीं है। वहीं इस आरोप पर प्रज्ञा का कहना है कि स्कूल तो अप्रैल से बंद है तो फीस का तो सवाल ही नहीं उठता। प्रज्ञा के अनुसार स्कूल अभी खुली है और इस दौरान स्कूल की तरफ से ऑनलाइन क्लास भी नहीं चल रही थी तो फीस किस बात की?
आरोप-प्रत्यारोप का दौर यहीं पर नहीं रूका। प्रिंसिपल दीपक कुमार सिंह का कहना है कि स्कूल में उनसे मिलने के दौरान प्रज्ञा का व्यवहार काफी गंदा रहा तो वहीं प्रज्ञा का कहना है कि स्कूल के टीचर ने उनसे अच्छे से बात नहीं की। प्रज्ञा के अनुसार स्कूल के लोग उनकी बात सुनने में आना-कानी कर रहे थे। प्रज्ञा ने कहा कि स्कूल ने उनका फोन भी छीन लिया था। इस पर प्रिंसिपल का कहना है कि प्रज्ञा स्कूल में आते के साथ ही बात करने के बजाय वीडियो बनाने लगी और वो लगातार ट्वीट व लाइव कर रही थी, इसलिए उनका फोन जब्त किया गया था, लेकिन फिर वापस कर दिया गया। वहीं प्रज्ञा ने कहा कि फोन छीन लेने के बाद उन्होंने कंकड़बाग पत्रकार नगर थाने से पुलिस को बुलाया, जिन्होंने उनका फोन वापस दिलवाया।
बच्चे के कलावा काटे जाने वाले मुद्दे पर दिल्ली मॉडल पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि उन्होंने पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी दिखाया, जिसमें टीचर सभी बच्चे की कलाई चेक रहे थे। इसके बाद पुलिस ने प्रज्ञा भूमिहार और उनके साथ आए लोगों से पूछा कि इसमें तो कुछ भी नहीं दिख रहा है तो फिर आप किस आधार पर आरोप लगा रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने निरीक्षण के बाद मामले को वहीं पर खत्म कर दिया। मगर प्रज्ञा का कहना है कि पुलिस ने कुछ भी नहीं किया, बस उनका फोन वापस दिलवा दिया। इसके अलावा उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की।
बता दें कि प्रज्ञा ने बताया था कि कलावा पहनने की वजह से उनकी बहन को भी सजा दी गई थी, फील्ड में राउंड में लगवाया गया था। इस बारे में पूछने पर प्रिंसिपल का कहना है कि उसे कलावा पहनने पर नहीं, लेट आने की वजह से राउंड लगवाया गया था। इसके अलावा प्रिंसिपल ने कहा कि प्रज्ञा का भाई कक्षा 4 नहीं बल्कि कक्षा 5 और बहन कक्षा 7 नहीं, बल्कि कक्षा 8 में पढ़ती है। इस पर प्रज्ञा का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया गया, इसलिए उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी।
उल्लेखनीय है कि प्रज्ञा ने हमारे साथ बातचीत में बताया था कि उनका भाई कक्षा 4 में पढ़ता है। उसने अपनी कलाई पर ‘कलावा’ बाँध रखा था। जिसे देख कर स्कूल के दीप नारायण नाम के शिक्षक को इतना गुस्सा आया कि उन्होंने पिलास (एक प्रकार का औजार, जो तार को मोड़ने, काटने और ऐंठने आदि के लिए इस्तेमाल किया जाता है) से इस तरह कलावा काटा कि बच्चे की कलाई पर गहरी चोट आई। उन्होंने कलाई पर आई निशान वाली फोटो भी ट्विटर पर डाली थी।