कोरोना वायरस ने जब तक भारत में प्रवेश भी नहीं किया था उसके पहले से ही सरकार ने भारत के अधिकांश हवाई अड्डों को सील कर दिया था, जहाँ से विदेशों से आने वाले लोगों को जाँच के बाद ही भारत में प्रवेश करने दिया जा रहा था। इसी बीच कुछ वायरस को गंभीरता से न लेकर कुछ यात्रियों द्वारा की गई लापरवाही आज पूरे देश के लिए भारी पड़ रही है। यही कारण है कि अब ऐसे लोगों के खिलाफ प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। कुछ ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के जिला पीलीभीत से आया है। सऊदी अरब के मक्का से लौटने के बाद क्वारंटाइन का नियम तोड़ने वाले पीलीभीत के 35 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
#CoronaJihad
— Prerna Media (@MediaPrerna) March 31, 2020
पीलीभीत के 35लोग जो सऊदी अरब से लौटे थे, आखिर क्यों उन्होंने #Quarantine की मुहर को मिटाया?
आखिर क्यों ये लोग, सभी देशवासियों की जिंदगी से खेल रहे हैं?#lockdown pic.twitter.com/V66my9OM71
पीलीभीत के डीएम वैभव श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि थाना अमरिया क्षेत्र के रहने वाले 35 लोग 25 फरवरी को उमरा करने के लिए सऊदी अरब गए थे, जो कि 20 मार्च को सऊदी अरब से मुंबई के एयरपोर्ट पहुँचे थे, जहाँ सभी की स्क्रीनिंग की गई। जाँच में संदिग्ध पाए जाने पर सभी लोगों को कोरोना वायरस संदिग्ध की मुहर लगाई गई और सभी लोगों को घरों में पृथक रहने के निर्देश दिए गए थे साथ ही 14 दिनों तक अपने घरों से न निकलने की भी सलाह दी गई थी, लेकिन सभी ने गाँव में पहुँचते ही एयरपोर्ट पर लगाई गई मुहर को एक खास स्प्रे से मिटा लिया।
वहीं बाद में इन 35 लोगों में से एक माँ और बेटे के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई, तो इस बात का खुलासा हुआ कि सभी लोगों ने क्वारंटाइन का पालन नहीं किया और हाथ पर लगाई गई मुहर को भी हटा लिया था। इसके बाद सभी 35 लोगों के खिलाफ नियमों का उल्लंघन करने पर मामला दर्ज कराया गया है। अमरिया के थाना अध्यक्ष उदयवीर सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की तहरीर के आधार पर 35 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इसमें कोरोना संक्रमित माँ-बेटे का नाम भी शामिल है। उधर उत्तर प्रदेश में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 100 के पार हो गई है। साथ ही योगी सरकार मस्जिदों में छापेमारी कराकर दूसरे प्रदेशों से आए जमातियों पर शिकंजा कसने में लगी हुई है।