भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर बेहद घातक साबित हो रही है। देश भर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इससे निपटने के लिए केंद्र सरकार हरसंभव कदम उठा रही है। इसी बीच चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। एएनआई के मुताबिक इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए सशस्त्र बलों द्वारा की जा रही तैयारियों और ऑपरेशन की समीक्षा की।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक सीडीएस रावत ने प्रधानमंत्री मोदी को जानकारी दी कि सशस्त्र बलों से पिछले 2 साल में सेवानिवृत्त हुए सभी मेडिकल कर्मचारी अपने घरों के पास स्थित कोविड-19 केन्द्रों में काम करेंगे।
Chief of Defence Staff General Bipin Rawat today called on PM Modi. They reviewed preparations & operations being undertaken by the Armed Forces to deal with the COVID19 pandemic: PMO pic.twitter.com/XNP4IX7wGY
— ANI (@ANI) April 26, 2021
उन्होंने बताया कि अस्पतालों में डॉक्टरों की मदद के लिए बड़ी संख्या में नर्सिंग स्टाफ को तैनात किया जा रहा है। सशस्त्र बलों के विभिन्न प्रतिष्ठानों के पास उपलब्ध ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पतालों को दिए जाएँगे।
रावत ने पीएम मोदी को यह भी बताया कि वे कोरोना मरीजों के इलाज के लिए बड़ी संख्या में मेडिकल सुविधाएँ तैयार कर रहे हैं। जहाँ संभव होगा वहाँ सेना की मेडिकल सुविधाएँ आम लोगों को उपलब्ध कराई जाएँगी। बैठक में मोदी ने भारत और विदेशों में ऑक्सीजन एवं अन्य जरूरी वस्तुओं के परिवहन के लिए भारतीय वायुसेना की ओर से चलाए जा रहे ऑपरेशनों की भी समीक्षा की। प्रधानमंत्री मोदी को सूचित किया गया कि कमांड हेड क्वार्टर, कॉर्प्स हेडक्वार्टर, डिवीजन मुख्यालय, नौसेना और वायुसेना के मुख्यालयों में काम करने वाले चिकित्सा अधिकारियों को अस्पतालों में तैनात किया जाएगा।
बता दें कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए युद्धस्तर पर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। देश में अब तक कोरोना की कुल 14.19 करोड़ लोगों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 25 अप्रैल को अभियान का 100वां दिन पूरा हो गया। रिपोर्ट के मुताबिक 20,44,954 सत्रों के माध्यम से कुल मिलाकार टीकों की 14,19,11,223 खुराकें दी जा चुकी हैं।