प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अमेरिका यात्रा का असर दिखने लगा है। एक तरफ जहाँ अमेरिकी सरकार ने 100 से अधिक चोरी हुए कलाकृतियों को भारत वापस लौटाने की कही है, वहीं दूसरी तरफ गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और अमेजॉन जैसी कंपनियों ने पीएम से मुलाकात के बाद भारत में निवेश की घोषणा की है।
पीएम मोदी का चार दिवसीय अमेरिका का राजकीय दौरा शनिवार (24 जून 2023) को समाप्त हो गया है। अपने दौरे के अंतिम दिन उन्होंने गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजॉन जैसी टेक कंपनियों के सीईओ से मुलाकात की थी। इसके पहले उन्होंने प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया था।
प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि अमेरिकी सरकार भारत से चोरी हुईं 100 धरोहरों को लौटाने पर सहमति व्यक्त की है। इस पर उन्होंने खुशी जताई और अमेरिका की जो बाइडेन सरकार को धन्यवाद दिया।
पीएम मोदी ने कहा, “भारतीय मूल की ये कलाकृतियाँ सही या गलत रास्तों से अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुँच गई थीं, लेकिन अमेरिका द्वारा इन्हें भारत को लौटाने का फैसला दोनों देशों के बीच भावनात्मक संबंध को दर्शाता है।”
#WATCH | PM Narendra Modi tells the Indian diaspora, "I am happy that the American government has decided to return more than 100 antiquities of India that were stolen from us. These antiquities had reached the international markets. I express my gratitude to the American… pic.twitter.com/2CLumxex3Y
— ANI (@ANI) June 24, 2023
बताते चलें कि कई विदेशी दौरों पर प्रधानमंत्री ने विश्व के नेताओं से इस मामले पर चर्चा की और अब तक कुल 251 कलाकृतियों को भारत वापस लाया गया है। इनमें से 238 को 2014 के बाद वापस लाया गया है। साल 2022 में भी अमेरिकी अधिकारियों ने 307 कलाकृतियों को भारत को लौटाया, जो तस्करी द्वारा चुराए गए थे। इनकी कीमत लगभग 40 लाख अमरीकी डॉलर (लगभग 33 करोड़ रुपए) थी।
मैनहट्टन जिला अटॉर्नी एल्विन एल ब्रैग जूनियर ने अक्टूबर 2022 में कहा था कि वे भारत के लगभग 4 मिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य की 307 कलाकृतियों को लौटा रहे हैं। उनमें से अधिकांश को बदनाम आर्ट स्मगलर सुभाष कपूर से जब्त किया गया था। सुभाष कपूर ने अफगानिस्तान, कंबोडिया, भारत, इंडोनेशिया, म्यांमार, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, थाईलैंड और अन्य देशों से वस्तुओं की तस्करी की थी।
गूगल का ऐलान
गूगल और उसकी पैरेंट कंपनी अल्फाबेट (Alphabet) के सीईओ सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) ने वॉशिंगटन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। पीएम से मिलने के बाद पिचाई ने भारत के डिजिटाइजेशन फंड में 10 अरब डॉलर (91,957 करोड़ रुपए) का निवेश करेगी। सुंदर पिचाई भारतीय मूल के शख्स हैं और गूगल की अगुवाई कर रहे हैं।
पीएम से मिलने के बाद पिचाई ने कहा, “पीएम मोदी की अमेरिका की ऐतिहासिक यात्रा के दौरान उनसे मिलना सम्मान की बात है। हमने पीएम को बताया है कि भारत के डिजिटाइजेशन फंड में गूगल 10 अरब डॉलर का निवेश कर रही है।” पीएम मोदी ने पिचाई के अलावा माइक्रॉन और अप्लाइड मैटेरियल्स के सीईओ के साथ बैठक की। इन दोनों कंपनियों ने भी भारत में निवेश की प्रतिबद्धता जताई है।
Amazon का भी होगा बड़ा निवेश
ई-कॉमर्स सेक्टर की दिग्गज कंपनी Amazon ने भी भारत में अगले 7 वर्षों में 15 अरब डॉलर (1.23 लाख करोड़ रुपए) के और निवेश की योजना का ऐलान किया है। इस निवेश के बाद अमेजॉन का भारत में कुल निवेश 26 अरब डॉलर हो जाएगा। कंपनी के सीईओ एंडी जैस्सी (Andy Jassy) ने पीएम मोदी के साथ बैठक के बाद इसकी घोषणा की।
जैस्सी ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के साथ मेरी बहुत अच्छी और प्रोडक्टिव बातचीत हुई। मुझे लगता है कि हमारे कई साझा लक्ष्य हैं। Amazon भारत में निवेश करने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। हमने अब तक 11 अरब डॉलर का निवेश किया है और 15 अरब डॉलर का और निवेश करना चाहते हैं।”