महाराष्ट्र के पुणे में एक नाबालिग रईसजादे के दो लोगों को करोड़ों की पोर्शे कार से कुचल देने के मामले में नए खुलासे हुए हैं। बताया गया है कि लड़के ने गाड़ी चलाने से पहले एक पब में जाकर खाने और शराब पर ₹48000 का खर्चा किया था। उसकी पोर्शे गाड़ी के लिए भी विशेष नम्बर लिया जा रहा था। नाबालिग को जहाँ जमानत मिल गई थी, वहीं उसके पिता ने पुलिस से बचने के लिए कई तरीके अपनाए लेकिन आखिर में पकड़ा गया।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, पोर्शे से दो लोगों को कुचलने वाले लड़के ने पुणे के कोजी बार में जाकर ₹48,000 शराब और खाने पर खर्च किए थे। यहाँ उसे और उसके दोस्तों को शराब परोसी गई थी। ₹48000 का यह खर्चा मात्र डेढ़ घंटे में कर दिया गया था। इस खर्चे का बिल पुणे पुलिस को मिला है, इसमें स्पष्ट रूप से शराब पर खर्चे का जिक्र है। गाड़ी से दो लोगों को कुचलने वाला नाबालिग इसके बाद एक और बार में भी गया था।
पुलिस ने इन बिल और रेस्टोरेंट से सामने आए CCTV के आधार पर लड़के के खिलाफ शराब पीकर गाड़ी चलाने की धारा भी मामले में जोड़ दी है। इस मामले में उसके खून की भी जाँच करवाई गई थी, जिसकी रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। पुलिस ने कहा है कि स्पष्ट रूप से यह पता चल रहा है कि लड़के ने शराब पी रखी थी। पुलिस ने साथ ही में उस बार पर भी ताला जड़ दिया है, जिसने नाबालिग को शराब परोसी थी। उसको सीज कर दिया गया है।
वहीं नाबालिग की पोर्शे के बारे में भी एक जानकारी निकल कर आई है। नाबालिग की पोर्शे का रजिस्ट्रेशन RTO में रुका हुआ था। इस गाड़ी के रजिस्ट्रेशन के लिए ₹45,000 का फैंसी नम्बर खरीदा गया था। इसका भुगतान हो गया था लेकिन मात्र ₹1758 की फीस नहीं जमा की गई थी जिसके कारण यह रजिस्ट्रेशन रुका हुआ था। नाबालिग पोर्शे कम्पनी की टायकान गाड़ी चला रहा था जो कि इलेक्ट्रिक है। इसका रजिस्ट्रेशन का कोई पैसा महाराष्ट्र में नहीं देना होता है, इन पर रोड टैक्स भी नहीं लगता। पोर्शे गाड़ी के लिए MH12WQ2000 नम्बर लिया गया था।
यह भी सामने आया है कि लड़के को जहाँ दो लोगों को कुचलने के कुछ ही घंटों के बाद जमानत मिल गई थी, वहीं उसका पिता फरार हो गया था। नाबालिग का पिता नामी बिल्डर है और इसके पास पुणे में ही काफी सरे घर हैं जहाँ वह घटना के बाद गया था। इसके बाद वह अपने ड्राइवर के साथ कोल्हापुर गया था। कोल्हापुर में वह अपने एक दोस्त के घर गया और वहाँ से अपनी गाड़ी को वापस मुंबई भेज दिया ताकि पुलिस गुमराह हो जाए।
वह इसके बाद अपने दोस्त के साथ कोल्हापुर से छत्रपति संभाजी नगर (औरंगाबाद) चला गया। उसने इस बीच बचने की काफी कोशिश की लेकिन पुलिस ने उसे जीपीएस और मोबाइल लोकेशन के सहारे ढूंढ निकाला और गिरफ्तार कर लिया।
गौरतलब है कि 18 मई की रात पुणे के कल्याणी नगर इलाके में एक अनियंत्रित पोर्शे कार ने बाइक पर जा रहे एक महिला और एक पुरुष को कुचल कर मार दिया था। यह दोनों सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे। इनकी पहचान अनीस दूधिया और अश्विनी कोस्टा के रूप में की हुई थी। पोर्शे गाड़ी इस दुर्घटना के बाद क्षतिग्रस्त हो गई थी और 17 वर्षीय लड़के को पकड़ लिया गया था। उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने 15 घंटे के भीतर इस शर्त पर जमानत दे दी थी कि वह एक 300 शब्द का निबन्ध ट्रैफिक समस्या पर लिखेगा।