Monday, October 7, 2024
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पंजाब में 19 साल के बच्चे को पीट-पीट कर मार डाला… गुरु ग्रंथ साहिब को फाड़ने का आरोप: पुलिस ने मृतक पर ही किया केस, हत्यारी भीड़ पर कोई FIR नहीं

जिस बच्चे को भीड़ ने मार डाला, अब उसके परिवार को सामाजिक और धार्मिक बहिष्कार भी झेलना होगा। इसका ऐलान शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी (SGPC) ने किया है। SGPC ने बख्शीस सिंह का अंतिम संस्कार किसी भी गुरुद्वारे में न होने का भी फरमान जारी किया है।

पंजाब के फिरोजपुर में बेअदबी के आरोप में एक युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई है। मृतक का नाम बख्शीस सिंह उर्फ़ गोला है। बख्शीस को मार डालने वाली भीड़ ने उस पर गुरुद्वारा साहिब बाबा बीर सिंह में घुस पर बेअदबी का आरोप लगाया है। घटना शनिवार (4 मई 2024) की है। मृतक के पिता के मुताबिक उनके बेटे की दिमागी हालत ठीक नहीं थी, जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा था। SGPC (शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी ) ने बेअदबी को जानबूझ कर की गई करतूत बताते हुए मृतक के परिवार के सामाजिक बहिष्कार का ऐलान किया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना फ़िरोज़पुर के सिटी क्षेत्र में आने वाले गाँव बंडाला की है। शनिवार को यहाँ गाँव तल्ली गुलाम के गुरुद्वारा बाबा बीर सिंह में लगभग 19 वर्षीय एक युवक पहुँचा। युवक का नाम बख्शीस सिंह बताया जा रहा है, जो आसपास गोला नाम से जाना जाता था। आरोप है कि बख्शीस सिंह ने गुरूद्वारे में रखे गुरु ग्रंथ साहिब के कुछ पन्ने फाड़ डाले। इस हरकत के बाद बख्शीस सिंह भागने की कोशिश करने लगा, जिसे आसपास मौजूद लोगों ने दौड़ा कर पकड़ लिया। इन सभी ने उसकी निर्ममता से पिटाई शुरू कर दी।

इस पिटाई का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में जमीन पर गिरे एक युवक को भीड़ पीट रही है। आसपास काफी शोरगुल हो रहा है। पिट रहे युवक के दोनों हाथों को पीछे से बाँध कर रखा गया है। हमलावरों के हाथों में लाठी-डंडे दिख रहे हैं। आसपास नारेबाजी भी हो रही है। भीड़ में हर उम्र के लोग शामिल दिख रहे हैं। इस दौरान कोई भी युवक को बचाने का प्रयास नहीं करता। मृतक के आसपास काफी खून बहा है। मौके पर पुलिस बल भी दिखाई दे रहा है। एक निहंग तो बख्शीस सिंह पर तलवार भी चलाता दिख रहा है।

बुरी तरह से घायल बख्शीस सिंह को पुलिस ने अस्पताल पहुँचाया, जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया। बेटे की मौत के बाद उसके पिता लखविंदर सिंह सामने आए। उन्होंने अपने बेटे को मानसिक तौर पर बीमार बताया। लखविंदर सिंह ने दावा किया कि वो 2 साल से अपने बेटे का इलाज करवा रहे थे। उनकी माँग है कि बख्शीस के कतिलों को कानून सजा दे। फिरोजपुर सिटी डिप्टी एसपी सुखविंदर सिंह ने बताया कि मामला पुलिस के संज्ञान में है, जिसकी जाँच की जा रही है।

मृतक के परिजनों का सामाजिक बहिष्कार भी

इस मामले में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी (SGPC) का भी बयान सामने आया है। 4 मई को जारी अपने बयान में SGPC ने मृतक युवक के परिजनों का सामाजिक और धार्मिक बहिष्कार का एलान किया है। SGPC ने बख्शीस सिंह का अंतिम संस्कार किसी भी गुरूद्वारे में न होने का भी फरमान जारी किया है। जत्थेदार ग्यानी रघबीर सिंह ने बेअदबी की घटनाओं को सोची-समझी साजिश करार दिया है। उन्होंने इन घटनाओं को रोक पाने में कानून को भी नाकाम बताया है।

मृतक बख्शीश की हरकतों से सिख समुदाय की भावनाओं को आहत बताते हुए SGPC ने कहा कि सिखों के लिए श्री गुरु ग्रंथ साहिब से ऊपर कुछ भी नहीं है। भीड़ द्वारा बख्शीस सिंह की हत्या को जत्थेदार द्वारा मजबूरी बताते हुए ऐसे मामलों में कानून को ही दोषपूर्ण करार दे दिया गया। SGPC ने सरकार को चेतावनी दी है कि वो बख्शीस सिंह की पीट-पीट कर हत्या करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के बजाय घटना के पीछे की साजिश का खुलासा करे।

पंजाब पुलिस ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब सत्कार समिति के अध्यक्ष लखवीर सिंह की शिकायत के आधार पर बख्शीश सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 295-ए के तहत FIR दर्ज की है। जिस लड़के को भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला, कानून ने उस मर चुके बच्चे के ऊपर ही लिख दी रपट। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हत्यारी भीड़ पर अभी तक कोई केस दर्ज नहीं की गई है… यह कैसा कानून है?

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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