भोपाल में नाबालिग बच्चियों के यौन शोषण के मुख्य आरोपित प्यारे मियाँ को एसआईटी कश्मीर से गिरफ्तार कर भोपाल ले आई है, वह पिछले चार दिन से फरार था। 68 साल के प्यारे मियाँ का दामन और इतिहास, दोनों ही दागदार हैं। प्यारे मियाँ ने बेटी के रूप में गोद ली गई 13 साल की बच्ची से भोपाल और इंदौर में दुष्कर्म किया था।
#UPDATE Pyare Miyan has been arrested from Jammu and Kashmir with the help of local Police. Madhya Pradesh Police has reached there and will bring him to Bhopal soon: South Bhopal SP Sai Krishna Thota
— ANI (@ANI) July 15, 2020
जाँच में सामने आया है कि प्यारे मियाँ का रैकेट नाबालिग बच्चियों को फँसाकर रसूखदारों के सामने पेश करता था। इस रैकेट में फँसाई गईं लड़कियाँ प्यारे मियाँ को ‘अब्बू’ कहकर बुलाती थीं।
इस मामले में प्यारे मियाँ से पहले दो महिलाओं सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें महिला दलाल स्वीटी विश्वकर्मा (21), उवैस, अनस और राबिया भी शामिल हैं। उबेज और अनस मुख्य आरोपित प्यारे मियाँ के रिश्तेदार हैं। एक पीड़िता की दादी को भी गिरफ्तार किया गया है।
नाबालिग बच्चियों को प्यारे मियाँ से मिलवाने के आरोप ने पुलिस ने एक और महिला को गिरफ्तार किया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस महिला का नाम गुलशन है, जो कि प्यारे मियाँ की दूर की रिश्तेदार है। प्यारे मियाँ उसे सबके सामने ‘बहू’ कहकर बुलाता था।
पुलिस का कहना है कि प्यारे मियाँ पैसों का लालच देकर और लड़कियों के रहने का खर्चा उठाने के बदले उनका बलात्कार करता था। अभी तक सात बच्चियाँ प्यारे मियाँ के कारनामों को उजागर कर चुकी हैं। यह मामला तीन-चार दिन पहले ही सामने आया था, लेकिन इस रैकेट का मुखिया प्यारे मियाँ अभी तक फरार चल रहा था।
प्यारे मियाँ के ड्राइवर के भाई उबेज ने भी किया था बच्ची से दुष्कर्म
आरोपित प्यारे मियाँ के ड्राइवर और रिश्तेदार अनस के भाई उबेज ने भी बच्ची से ज्यादती की थी। इंदौर में बच्ची के गर्भवती होने पर उसका गर्भपात भोपाल के शाहजहांनाबाद क्षेत्र के एक अस्पताल में कराया गया।
गर्भपात के दौरान उसे परिजन के रूप में अस्पताल में प्यारे मियाँ की ही एक सहयोगी 21 वर्षीय स्वीटी विश्वकर्मा मौजूद रही। चाइल्ड लाइन और कोहेफिजा पुलिस को प्यारे मियाँ की इन तमाम कारस्तानियों का पता उसकी हैवानियत की शिकार हुई 16 वर्षीय किशोरी के बयानों से हुआ है। फिलहाल उसे कई नाबालिगों के यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
16 वर्षीय पीड़िता के बयानों से यह तथ्य भी सामने आया है कि प्यारे मियाँ ने उसे और उसकी माँ को जान से मारने की धमकी भी दी थी। इसी भय के कारण प्यारे मियाँ के चंगुल से आजाद होने के 10 माह बाद भी पीड़िता बच्ची और उसकी माँ ने इस बारे में पुलिस से शिकायत नहीं की।
बच्ची की माँ का कहना है कि बच्ची की नानी ने प्यारे मियाँ के भाई से दूसरी शादी की थी। उन्होंने 13 साल की बेटी को पढ़ाई और अच्छी परवरिश के लिए करीब तीन साल पहले प्यारे मियाँ को गोद दिया था। प्यारे मियाँ ने उसे इंदौर स्थित फ्लैट में एक अन्य बच्ची के साथ करीब ढाई साल तक रखा।
पीड़िता की माँ के अनुसार, गत सितंबर माह में ही उनकी बच्ची ने फोन पर उसके साथ हुए उत्पीड़न की जानकारी दी थी। इसके बाद वह बच्ची को अपने घर ले आई थी। लेकिन इसके कुछ समय बाद प्यारे मियाँ द्वारा पीड़िता और उसके माँ-बाप पर बच्ची को वापस उसे सौंपने के लिए धमकाया जाने लगा। यहाँ तक कि विरोध करने पर प्यारे मियाँ ने गुंडे भेजकर पीड़िता के माँ-बाप की पिटाई भी करवाई।
पीड़िता के पिता ऑटो चालक हैं। उनका कहना है कि प्यारे मियाँ और उसके गुंडों से तंग आकर आखिर में उन्हें अपना मकान बेचना पड़ा और उससे छुपकर गुमनामी की जिन्दगी जीने पर मजबूर होना पड़ा।
मध्य प्रदेश पुलिस ने प्यारे मियाँ के भोपाल और इंदौर स्थित ठिकानों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। इसमें पता चला है कि राज्य शासन ने उसे एक सरकारी बंगला भी दिया था जिसे खाली करवा लिया गया है। अब सभी लोग इस बात को लेकर आश्चर्य में हैं कि आखिर उसे सरकारी आवास मिला ही कैसे था?
प्यारे मियाँ के तमाम अवैध निर्माण और बाकी काले कारनामों पर प्रशासन जाँच कर रहा है। पुलिस शहर में उसके अवैध रूप से कब्जा किए गए शादी हॉल और कुछ मकानों को भी ढहा चुकी है। बाकी मकानों को ढहाने की प्रक्रिया जारी है।