Friday, November 15, 2024
Homeदेश-समाज'मस्जिद के सामने से नहीं ले जा सकते': डॉ. आम्बेडकर के जुलूस पर पथराव,...

‘मस्जिद के सामने से नहीं ले जा सकते’: डॉ. आम्बेडकर के जुलूस पर पथराव, धुले पुलिस ने इसाक-कल्लू-कौसर सहित 7 को किया गिरफ्तार, 21 पर FIR

मौके पर पहुँचकर पुलिस ने मामले को शांत कराने की कोशिश की और कहा कि कोई बड़ी घटना नहीं हुई है। स्थानीय रिपोर्ट में कहा गया है, "यह एक छोटी सी घटना है। इस पर हल्ला मचाने की कोई जरूरत नहीं है। अफवाहों पर विश्वास न करें। मामले की एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जाँच चल रही है।"

महाराष्ट्र पुलिस ने रविवार (14 अप्रैल) को डॉक्टर बाबासाहेब अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर निकाले गए एक जुलूस को जानबूझकर निशाना बनाया गया। इस मामले में विशेष समुदाय के 21 लोगों पर मामला दर्ज किया है और इस मामले में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जाता है कि आरोपितों ने 14 अप्रैल को जुलूस में शामिल लोगों पर पथराव किया था।

गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान साहिल लाला बागवान, समीर लाला बागवान, इसाक मिस्त्री, कल्लू पठान, विहान बागवान, कौसर मुस्सा खटीक और अज्या खटीक के रूप में हुई है। इस मामले में 21 लोगों पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 143, 146, 147, 149, 295 और 296 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा, कई अन्य प्रासंगिक धाराएँ भी लगाई गई हैं।

धुले में हिंसा की खबर सामने आई है

स्थानीय रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना 14 अप्रैल की शाम को हुई। बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव आम्बेडकर की जुलूस जब स्थानीय जामा मस्जिद के पास से गुजर रहा था, उसी दौरान एक समुदाय के लोगों ने जुलूस को उस रास्ते से गुजरने से रोक दिया। बाद में उन्होंने जुलूस में शामिल लोगों पर पथराव शुरू कर दिया।

इस पथराव में कई लोग घायल हो गए। पथराव होता देख कुछ लोगों ने फोन करके इसकी सूचना तुरंत स्थानीय पुलिस स्टेशन को दी। इसके बाद एसपी श्रीकांत धीवरे अपने दल के साथ मौके पर पहुँचे और स्थिति को नियंत्रित किया। बाद में गोविंदा गुलाब नागराले की शिकायत के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली।

नागराले ने अपनी शिकायत में कहा, “जुलूस शांतिपूर्वक जामा मस्जिद के पास से गुजर रहा था, तभी समुदाय विशेष के कुछ लोगों ने जुलूस में शामिल लोगों को रुकने की धमकी दी। उन्होंने कहा कि कोई भी जुलूस मस्जिद के पास से नहीं गुजरेगा। बाद में उन्होंने जुलूस में शामिल लोगों पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव के दौरान नारेबाजी भी की। इस हमले में कई लोग घायल हो गए।”

स्थानीय मीडिया में धुले में हिंसा की आईं खबरें

इस बीच पुलिस ने मामले को शांत कराने की कोशिश की और कहा कि कोई बड़ी घटना नहीं हुई है। स्थानीय रिपोर्ट में कहा गया है, “यह एक छोटी सी घटना है। इस पर हल्ला मचाने की कोई जरूरत नहीं है। अफवाहों पर विश्वास न करें। मामले की एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जाँच चल रही है।”

पुलिस ने जुलूस में शामिल लोगों पर पथराव करने वाले कुछ लोगों की पहचान की है। जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, उनमें कुछ व्यक्तियों की पहचान पापा शाह, सादिक शाह, वसीम पठान, सुल्तान बिल्डर, जुनैद शाह, तौफिक, शोएब के रूप में की गई है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिनके पति का हुआ निधन, उनको कहा – मुस्लिम से निकाह करो, धर्मांतरण के लिए प्रोफेसर ने ही दी रेप की धमकी: जामिया में...

'कॉल फॉर जस्टिस' की रिपोर्ट में भेदभाव से जुड़े इन 27 मामलों में कई घटनाएँ गैर मुस्लिमों के धर्मांतरण या धर्मांतरण के लिए डाले गए दबाव से ही जुड़े हैं।

‘गालीबाज’ देवदत्त पटनायक का संस्कृति मंत्रालय वाला सेमिनार कैंसिल: पहले बनाया गया था मेहमान, विरोध के बाद पलटा फैसला

साहित्य अकादमी ने देवदत्त पटनायक को भारतीय पुराणों पर सेमिनार के उद्घाटन भाषण के लिए आमंत्रित किया था, जिसका महिलाओं को गालियाँ देने का लंबा अतीत रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -