राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में गैंगरेप के बाद कोयला भट्टी में जलाई गई 14 वर्षीय नाबालिग लड़की का सोमवार (7 अगस्त, 2023) को अंतिम संस्कार हुआ। इस दौरान लड़की के पिता ने बेटी की जलती चिता पर कूदकर जान देने की कोशिश की। इससे वह घायल हो गए। मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह बचाकर उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया। वहीं पीड़ित परिवार ने पुलिस पर त्वरित कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रेप पीड़िता का भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी थाना क्षेत्र के नरसिंहपुरा गाँव में अंतिम संस्कार किया जा रहा था। बेटी के अधजले शव के अवशेषों को जलता देख पिता के सब्र का बाँध टूट गया। बेटी के साथ हुई हैवानियत से निराश पिता ने जलती चिता में कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। उनके ऐसा करते ही श्मशान घाट में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लेकिन वहाँ मौजूद लोगों ने उन्हें बचा लिया। इस दौरान मृतक लड़की का एक रिश्तेदार भी बेहोश हो गया। इसके बाद दोनों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
राजकीय महात्मा गाँधी हॉस्पिटल के डायरेक्टर अरुण गौड़ का कहना है कि मृतक लड़की के पिता की हालत अब खतरे से बाहर है। वह होश में हैं। ब्लड प्रेशर, ईसीजी, शुगर समेत सभी जाँच सामान्य हैं। डॉक्टरों की निगरानी में आवश्यक इलाज दिया जा रहा है।
पुलिस ने नहीं की त्वरित कार्रवाई
स्थानीय ग्राम पंचायत के सदस्य और मृतक लड़की के चाचा से इंडियन एक्सप्रेस ने बात की। इस बातचीत में उन्होंने कहा है, “2 अगस्त को जब लड़की शाम तक नहीं लौटी थी तो गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए मैं पुलिस स्टेशन गया था। मैं उसका आधार कार्ड और राशन कार्ड लेकर गया था। लेकिन पुलिस ने FIR दर्ज करने के बजाए उसकी उम्र, उसके स्कूल प्रमाण-पत्र, मार्कशीट आदि का सबूत माँगना शुरू कर दिया।”
उन्होंने आगे कहा है कि यदि शिकायत मिलने के तुरंत बाद पुलिस ने कार्रवाई की होती तो लड़की की जीवित होती। पुलिस पर निष्क्रियता के आरोप लगने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने थाने के एसआई को निलंबित कर दिया है। साथ ही एसएचओ के निलंबन का भी आदेश दिया गया है।
क्या है मामला
राजस्थान के भीलवाड़ा में बुधवार (2 अगस्त, 2023) को 14 साल की नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप कर कोयला भट्टी में जलाने का मामला सामने आया था। मृतक लड़की अपनी माँ के साथ बकरियाँ चराने गई थी। दोपहर में माँ बकरी लेकर घर वापस आ गई। लेकिन लड़की घर नहीं पहुँची। काफी समय बीत जाने के बाद भी जब लड़की घर नहीं पहुँची तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। गाँव के खेतों से लेकर आसपास के रिश्तेदारों तक के घर तलाश के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चल पा रहा था।
लगातार जारी तलाश के बीच रात करीब 10 बजे गाँव के बाहर कालबेलियों के डेरे के पास कोयला बनाने वाली एक भट्टी जलती दिखाई दी। चूँकि बारिश के दिनों में भट्टी नहीं जलाई जाती है। ऐसे में लोगों को शक हुआ। इस पर भट्टी के पास जाकर देखने पर वहाँ लड़की के जूते पड़े दिखाई दिए। साथ ही भट्टी में लड़की के हाथ में पहना हुआ चाँदी का कड़ा और हड्डी के टुकड़े मिले। इसके बाद ग्रामीणों कालबेलियों को पकड़कर उनसे पूछताछ की। इस पर तीन लोगों ने गैंगरेप कर भट्टी में जलाने की बात कही।
पुलिस की जाँच में यह सामने आया है कि आरोपित नाबालिग लड़की को पकड़कर दोपहर करीब 2 बजे तक उसके साथ गैंगरेप करते रहे। इसके बाद जब उसके लापता होने की सूचना फैली तो आरोपितों ने लड़की को मारने का प्लान बनाया। इसके लिए सबसे पहले उन लोगों ने अपनी पत्नियों को इसकी सूचना दी। फिर पत्नियों की सहायता से लड़की को भट्टी में डालकर जला दिया। बाद में अधजला सिर और छाती का हिस्सा भट्टी से निकाल कर तालाब में फेंक दिया। आरोपितों ने 4 महीने पहले मृतक लड़की के पिता से खेत किराए पर लिया था। इसके बाद वे वहीं झोपड़ी बनाकर रह रहे थे। इस मामले में पुलिस ने अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।