राजस्थान के जयपुर में एक भाई द्वारा तीन दोस्तों के साथ मिलकर अपनी सगी 10 साल की मंदबुद्धि बहन से गैंगरेप कर उसे मौत के घाट उतारने का शर्मनाक मामला सामने आया है। मनोहरपुर थाना पुलिस ने वारदात का पर्दाफाश करते हुए मामले में लिप्त चारों आरोपितों को शनिवार (मई 23, 2020) को गिरफ्तार कर लिया।
17 मई की शाम को हुई वारदात में भाई ने छोटी बहन का अपहरण करने के बाद सुनसान जगह पर अपने तीन दोस्तों के साथ बारी-बारी से गैंगरेप किया। इसके बाद गला दबाकर बहन की हत्या कर दी।
चारों ने लाश को पहाड़ी वन क्षेत्र में एक नाले में फेंक दिया। बच्ची के शरीर से उसके कपड़े और चप्पल उतारकर आस-पास बबूल के पेड़ों पर फेंक दिया। वारदात में मुख्य अभियुक्त शातिर भाई व उसके दोस्तों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए पुलिस के साथ लापता बहन को तलाश करने में मदद का नाटक करते हुए गुमराह करने का प्रयास भी किया। मगर सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल कॉल डिटेल्स के आधार पर हुई जाँच में पुलिस की गिरफ्त में आ गए।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों के नाम जीशान अली, साजिद अली, अमजद अली और वाजिद अली है। इनमें जीशान अली मुख्य आरोपित है, जो मृतक बच्ची का बड़ा भाई है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुलेश चौधरी ने बताया कि आरोपितों ने पूछताछ के दौरान गुनाह कबूला।
आरोपितों ने बताया कि मंदबुद्धि होने के कारण पीड़िता कपड़ों में शौच करती थी। वो बोझ थी, इसलिए उनलोगों ने उसकी हत्या की सोची। इसके बाद 17 मई की शाम को जीशान अली अपने तीनों आरोपित दोस्तों के साथ अपनी मंदबुद्धि बहन को घर से बहाना कर टोडी गाँव के पहाड़ी जंगलों में ले गया। वहाँ भाई जीशान और उसके तीनों दोस्तों ने मासूम बच्ची से बारी-बारी से दुष्कर्म किया। इसके बाद गला दबाकर हत्या कर शव को नाले में फेंक दिया।
पुलिस ने बताया कि मृतक बच्ची के पिता ने 18 मई को मनोहरपुर थाने में एक रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जिसमें बताया कि उनकी 10 साल की बेटी मानसिक विक्षिप्त है। वह 17 मई शाम 4 बजे अचानक घर से लापता हो गई है।
इसके बाद पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कर जाँच शुरु किया। इसके बाद 21 मई को लापता हुई बच्ची का शव मनोहरपुर के कुंभावास में वन क्षेत्र में क्षत-विक्षत हालत में मिला। पुलिस ने एफएसएल टीम से मौका मुआयना करवाया। इसके बाद शव का निम्स हॉस्पिटल, चंदवाजी में पोस्टमार्टम करवाया। जिसमें बच्ची की हत्या व दुष्कर्म का मामला सामने आया।
जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शंकर दत्त शर्मा ने बताया कि इस मामले में परिवार के बाकी सदस्यों की भूमिका की भी जाँच की जा रही है। मामले की जाँच अतिरिक्त्त पुलिस अधीक्षक सलेश चैधरी को सौंपी गई है।