Sunday, November 17, 2024
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बाप को पकड़ने गई राजस्थान पुलिस, बच्चे को मार डाला: माँ ने कहा- प्रेगनेंट बहू के पेट में मारी लात, मुँह से खून फेंक शिशु की गर्भ में ही मौत – राजस्थान पुलिस ने नकारा

उधर मोनू मानेसर को लेकर राजस्थान पुलिस और हरियाणा पुलिस आमने-सामने आ गई है। राजस्थान की दो मुस्लिमों की कथित हत्या के मामले में मोनू को खोज रही है। वहीं, हरियाणा पुलिस गुरुग्राम के पटौदी में हुए मारपीट व फायरिंग के केस में मोनू को ढूँढ रही है। दोनों राज्यों की पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।

ताज़ा अपडेट: राजस्थान पुलिस ने इस घटना को नकार दिया है। भरतपुर के पुलिस अधीक्षक ने दावा किया है कि पुलिस आरोपित के घर के भीतर नहीं गई थी। उन्होंने इन आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि पुलिस आरोपित के भाइयों से पूछताछ कर के वापस लौट आई थी। नूह के एसपी ने इसे एक दुःखद घटना बताते हुए कहा कि हरियाणा और राजस्थान की पुलिस इस मामले में समन्वय के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि एडिशनल एसपी से मामले की जाँच करवाई जा रही है।

हरियाणा के भिवानी में दो कथित मुस्लिमों की मिली लाश के मामले में राजस्थान की पुलिस जाँच कर रही है। इस दौरान पुलिस ने इस केस में आरोपित बनाए गए श्रीकांत पंडित की गर्भवती पत्नी को पुलिस ने इतना मारा कि बच्चे की गर्भ में ही मौत हो गई। श्रीकांत की माँ का कहना है कि पुलिसकर्मी ने उनकी बहू की पेट पर लात मार दी। इससे बच्चे की गर्भ में ही मौत हो गई।

राजस्थान पुलिस ने श्रीकांत पंडित के घर पर रेड की थी। वह श्रीकांत के ठिकाने के बारे में जानकारी लेने के लिए परिजनों को प्रताड़ित कर रही है। इसी दौरान महिलाओं के साथ मारपीट करने की बात सामने आई है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस अपने साथ श्रीकांत के दो भाई विष्णु और राहुल को उठाकर ले गई है। उनके बारे में परिजनों को कोई जानकारी नहीं है। परिजनों की शिकायत के बाद अब हरियाणा पुलिस ने इस मामले की जाँच शुरू की है।

दरअसल, दो मुस्लिमों की मिली लाश के मामले में पुलिस गौरक्षक मोनू मानेसर उर्फ मोहित यादव को मुख्य आरोपित बनाई है। इसके साथ ही रिंकू सैनी और श्रीकांत पंडित सहित अन्य लोगों को मोनू मानेसर की ग्रुप के होने के नाम पर खोजबीन कर रही है। उधर, मोनू का कहना है कि उसे इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। जिस वक्त यह घटना हुई, उस वक्त वह गुरुग्राम के एक होटल में था, जिसका फुटेज मौजूद है।

बता दें कि मोनू मानेसर को पहले भी कुछ मुस्लिमों की मौत के मामले में आरोपित बनाया गया था, लेकिन वे केस झूठे साबित हुए। वहीं, गौरक्षा को लेकर सक्रियता के कारण मोनू गोतस्करों के निशाने पर रहे हैं। साल 2019 में उनकी हत्या की कोशिश भी हो सकती है। उन्हें गोतस्करों की गोली लगी थी, लेकिन वे अपनी सक्रियता कम नहीं किए।

श्रीकांत पंडित को मोनू मानेसर का साथी बताते हुए राजस्थान पुलिस उनकी खोजबीन शुरू कर दी। श्रीकांत की माँ दुलारी ने बताया कि 16 फरवरी को सुबह 3 बजे राजस्थान पुलिस के करीब 40 लोग उनके घर आ धमके। उन्होंने परिवार को डरा-धमकाकर जबरन घर के गेट खुलवाए और अंदर घुस गए।

श्रीकांत की माँ ने बताया कि घर में घुसते ही राजस्थान पुलिस श्रीकांत के बारे में पूछने लगी। इसके बाद उन्होंने बताया कि श्रीकांत घर पर नहीं है। इतना सुनकर पुलिसकर्मी भड़क गए और परिजनों को गालियाँ देने लगे। जब परिवार की महिलाओं ने उन्हें ऐसा नहीं करने के लिए कहा तो वे उनसे मारपीट करने लगे। वे घर के सदस्यों को पीटते हुए कमरे की तलाशी शुरू कर दी।

दुलारी का कहना है कि इस दौरान राजस्थान पुलिस के कर्मियों ने एक कमरे में श्रीकांत की गर्भवती पत्नी कमलेश को देखा और उसे धक्का देकर गिरा दिया। इसके बाद उसके पेट पर लात मार दी। मारपीट की वजह से वह दर्द से तड़पने लगी। इसके बाद परिवार अस्पताल लेकर गया, जहाँ कमलेश की बिगड़ती हालत को देखकर डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके बच्चे को निकाला। दुलारी का कहना है कि बच्चा मृत निकला और उसके मुँह से खून निकल रहा था।

दुलारी का कहना है कि उनकी बहू की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है और वह ICU में भर्ती है। उन्होंने राजस्थान पुलिस पर गर्भ में पल रहे शिशु की हत्या करने का आरोप लगाया है। इस संबंध में दुलारी ने नूँह जिले के नगीना थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने एसपी से भी इस मामले का संज्ञान लेने का आग्रह किया है। इसके बाद हरियाणा पुलिस इस मामले की जाँच में जुट गई है।

मोनू मानेसर को लेकर दो राज्यों की पुलिस आमने-सामने

उधर मोनू मानेसर को लेकर राजस्थान पुलिस और हरियाणा पुलिस आमने-सामने आ गई है। राजस्थान की दो मुस्लिमों की कथित हत्या के मामले में मोनू को खोज रही है। वहीं, हरियाणा पुलिस गुरुग्राम के पटौदी में हुए मारपीट व फायरिंग के केस में मोनू को ढूँढ रही है। दोनों राज्यों की पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। हालाँकि, मोनू को अभी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।

दरअसल, 7 फरवरी 2023 को पटौदी थाना में मारपीट और फायरिंग को लेकर एक FIR दर्ज कराई गई थी। इसमें एक समुदाय की लड़की द्वारा दूसरे समुदाय के लड़के के साथ शादी करने से जुड़ा मामला था। यह घटना सामने आने के बाद हंगामा हो गया था। कहा जाता है कि मोनू अपने साथियों के साथ पटौदी पहुँचकर मारपीट और फायरिंग की थी। इसमें मोइन नाम के एक युवक को गोली लग गई थी और वह घायल हो गया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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