पंजाब के राजपुरा में एक मस्जिद के निर्माण को लेकर तनाव फैल गया है। मामला गुज्जरा मोहल्ले का है। यहाँ पहले गुरु की सराय हुआ करती थी। इसमें हिंदू और सिख आते थे। बताया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले कुछ लोगों ने गुरु की सराय को मस्जिद बना दिया। इसका सिखों और हिंदुओं ने जम कर विरोध किया।
गुरु की सराय की जगह मस्जिद के कारण उपजे हालात को देखते हुए बड़ी तादाद में मौके पर फोर्स की तैनाती करनी पड़ी है। सोमवार (17 मई 2022) को इस मामले की स्थानीय SDM कोर्ट में सुनवाई भी हुई। इस दौरान मस्जिद बना रहे मुस्लिम पक्ष के लोगों के अलावा सिख और हिंदू भी बड़ी तादाद में थे।
सिखों और हिंदुओं के मुताबिक गुरु की सराय गुरुद्वारा है। यहाँ दोनों समाज के लोग सेवा करते थे। स्थानीय सिखों और हिंदुओं ने आरोप लगाया है कि बिना किसी से पूछे यहाँ मस्जिद का रूप दे दिया गया। इस मसले पर पहले भी सिख और हिंदू विरोध जता चुके हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि गुरु की सराय में हर दिन नमाज के वक्त मुस्लिम इकट्ठा हो जाते हैं। इनमें राज्य के बाहर के लोग भी शामिल होते हैं। इनका न तो वेरिफिकेशन किया जाता है और न ही रिकॉर्ड रखा जाता है। तेज आवाज में लाउडस्पीकर बजाया जाता है, जिससे आम लोगों को परेशानी होती है। एसडीएम कोर्ट में सुनवाई के वक्त कई धर्माचार्य, गोरक्षा दल के लोग भी थे।
सुनवाई के बाद एसडीएम हिमांशु गुप्ता ने कहा कि माहौल को ठीक रखने के लिए फोर्स लगाई गई है। उन्होंने दोनों पक्षों को अपने-अपने दावे पेश करने के लिए सुबूत और दस्तावेज देने के लिए कहा। दोनों पक्षों के बयान भी लिए गए हैं। अब प्रशासन अपने स्तर पर जाँच करवाएगा कि यहाँ पर मस्जिद थी या फिर सराय।
उल्लेखनीय है कि जिस स्थान पर विवाद हो रहा है वह पटियाला के गुजरांवाला मोहल्ले में मौजूद है। विश्व हिन्दू परिषद का दावा है कि गुरु की सराय को मस्जिद का रूप देने के लिए मुस्लिम पक्ष द्वारा किसी भी प्रकार की अनुमित नहीं ली गई। VHP के इस दावे का गुजरांवाला मोहल्ले के स्थानीय निवासी और सिख समुदाय के कई लोग भी समर्थन कर रहे हैं। इन लोगों ने सराय को मस्जिद का रूप देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की माँग की है।