पंजाब में कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने कल (मार्च 27, 2021) अबोहर से बीजेपी विधायक अरुण नारंग के साथ बीच सड़क पर बदसलूकी की और आज किसान नेता राकेश टिकैत पूरी घटना का ठीकरा भाजपा पर ही फोड़ रहे हैं। बीकेयू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने दावा किया है कि भाजपा विधायक अरुण नारंग पर हमला भाजपा ने किया। प्रदर्शनकारी तो सिर्फ़ काले झंडे दिखा रहे थे।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार टिकैत ने कहा, “हमारे लोग लिंचिंग में शामिल नहीं थे। हमारे लोगों ने काले झंडे जरूर दिखाए लेकिन घटना में उनकी कोई संलिप्ता नहीं है। ये सब किसानों को बदनाम करने के लिए किया गया है।”
Our people were not involved (in thrashing a BJP MLA in Punjab’s Muktsar). Our people showed black flags but were not involved in this incident. On the contrary, it was done by their people to defame farmers: Bhartiya Kisan Union (Arajnaitik) leader Rakesh Tikait https://t.co/UXIdVyCx9D pic.twitter.com/scPGoyda5l
— ANI (@ANI) March 28, 2021
बता दें कि कल अबोहर से भाजपा विधायक अरुण नारंग पर हमला करते हुए बीच सड़क पर किसान प्रदर्शनकारियों ने उनके कपड़े फाड़े थे, जिसकी वीडियो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। वीडियो में नारंग को बिना कपड़ों के देखा जा सकता है।
जानकारी के मुताबिक, प्रेस वार्ता के लिए जाते समय अरुणा नारंग के साथ यह घटना मलोट में हुई। भाजपा कार्यालय पर प्रदर्शनकारी पहले से ही उनका इंतजार कर रहे थे। नारंग के पहुँचते ही सभी प्रदर्शनकारी उन पर हमलावर हो गए।
पहले उन पर इंक फेंकी गई और कार को भी गंदा किया गया। उस समय तो किसी तरह भाजपा कार्यकर्ता और पुलिस मिल कर उन्हें एक दुकान के अंदर ले गई। लेकिन वह जैसे ही बाहर आए उन पर दोबारा हमला हुआ। बर्बरता से उनके साथ खींचतान की गई। उनके कपड़े फाड़े गए। उन्हें बीच सड़क पर नंगा कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि प्रदर्शनकारियों के बर्ताव पर हैरानी इसलिए भी है क्योंकि अरुण नारंग भाजपा पार्टी द्वारा लाए कृषि कानून का विरोध कर रहे थे। यानी वह किसानों के समर्थन में थे। उन्होंने दिसंबर में ही कहा था कि मोदी सरकार को जल्द से जल्द इसका समाधान खोजना चाहिए।
पंजाब में BJP विधायक अरुण नारंग बोले,
— News24 (@news24tvchannel) December 2, 2020
“नया कृषि कानून किसानों के ख़िलाफ़, मोदी सरकार को जल्द से जल्द इस समस्या का हल निकालना चाहिए” #किसान_आंदोलन #FarmLaws #BJP pic.twitter.com/paHjNWdaHY