गुजरात में हाल ही में संशोधित हुए ‘धर्म स्वातंत्र्य विधेयक 2021’ के तहत दूसरा मामला सामने आया है। एक शादीशुदा व्यक्ति को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है, जिस पर अपहरण और बलात्कार के अलावा जबरन इस्लामी धर्मांतरण के भी आरोप हैं। दक्षिणी गुजरात के वलसाड पुलिस ने ये कार्रवाई की है। आरोप है कि उसने 19 साल की एक युवती का अपहरण और बलात्कार किया। आरोपित का नाम इमरान अंसारी है।
इमरान मूल रूप से पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। एक जैन लड़की के साथ उसने दोस्ती शुरू की, जो बाद में प्यार में बदल गई। फिर उसने धोखा देकर उस लड़की का अपहरण किया। वो पहले उसे राजस्थान के अजमेर लेकर गया और फिर मध्य प्रदेश का इंदौर लेकर चला गया। अजमेर में वो उसे लेकर दरगाह पर भी गया, जहाँ उसने पीड़िता को एक ताबीज़ पहनने के लिए दिया। फिर उसे पीड़िता को इंदौर चॉल में रखा हुआ था।
‘न्यूज़ 18 गुजराती’ की खबर के अनुसार, उसने इस दौरान पीड़िता को बार-बार अपने साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाने के लिए मजबूर किया। कई बार जबरन शारीरिक सम्बन्ध बनाने के बाद उसने पीड़िता का जबरन इस्लामी धर्मांतरण भी कराने की कोशिश की, ताकि निकाह के लिए मजबूर कर सके। बाद में पता चला कि वो शादीशुदा है और उसने शादी की गली रात को ही अपनी बीवी को बताया था कि वो एक जैन लड़की के साथ रिलेशनशिप में है।
आए दिन गुजरात में लवजिहाद के किस्से बाहर आ रहे हैं। वापी में एक किस्सा सामने आया है।
— Prapti Buch (@p4prapti) June 21, 2021
इमरान वशी अंसारी ने जैन युवती को फाँसके भगाया।लड़की के भाई को जान से मारने की धमकी दी और शादी कर ली।हवस के भूखे इमरान ने कई बार लड़की से शारीरिक संबंध बांधे।अब वो गिरफ्त में आया है।
न्याय होगा। pic.twitter.com/527bvHVp4p
पुलिस को आशंका है कि इमरान अंसारी जो कुछ कर रहा था, उस बारे में उसकी पत्नी को सब पता था और उसने इसकी मौन सहमति भी दे रखी थी। पीड़िता जून 10, 2021 को अपने घर से गायब हो गई थी। परिजनों ने इसके बाद गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। दोनों का मेडिकल टेस्ट कराया गया है। आरोपित की शादी जनवरी में ही हुई है। पीड़िता ने बताया कि आरोपित ने उसे धमकाया कि अगर उसने शारीरिक सम्बन्ध नहीं बनाए तो वो उसके भाई को मार डालेगा।
पुलिस ने बताया कि वो इस बात का पता लगा रहे हैं कि उसने पीड़िता के साथ निकाह किया है या नहीं। वो ताबीज के लिए उसे एक मौलवी के पास लेकर भी गया था। उस ताबीज को जबरन पीड़िता के गले बाँध दिया गया।