झारखंड में नाबालिग लड़की से रेप करने के आरोपित सहरुद्दीन अंसारी की शनिवार (10 सितम्बर 2022) को (जेल कस्टडी में रहते हुए) इलाज के दौरान मौत हो गई है। वह राँची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद था। सहरुद्दीन के परिवार वालों ने इसके लिए पुलिस के टॉर्चर को जिम्मेदार ठहराते हुए सरकार से मुआवजे की माँग की है।
26 साल के सहरुद्दीन ने 28 अगस्त 2022 को राजधानी राँची में 15 साल की एक नाबालिग जनजातीय लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। शिकायत मिलने के बाद पुलिस उसी दिन सहरुद्दीन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वह लड़की का पड़ोसी था।
पुलिस पर पिटाई का आरोप और नौकरी-मुआवजे की माँग
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेरो गाँव के निवासी सहरुद्दीन के अब्बा रुबिल अंसारी ने नरकोपी थाने के सब इंस्पेक्टर अविनाश पर अपने बेटे की बेरहमी से पिटाई करने का आरोप लगाया। अंसारी का कहना है कि उसी पिटाई की वजह से उसके बेटे की मौत हुई है।
मृतक सहरुद्दीन के अब्बा का कहना है कि गिरफ्तारी के अगले दिन जब वो थाने में अपने बेटे से मिलने गए तो दरोगा अविनाश ने उन्हें मिलने नहीं दिया और कहा कि उनका बेटा सो रहा है। रुबिल के मुताबिक, गिरफ्तारी के 3 दिनों के बाद जब वो अपने बेटे से जेल में मिले तो वह ठीक से बोल नहीं पा रहा था। उन्होंने थाना प्रभारी विजय मंडल पर भी सहरुद्दीन की पिटाई का आरोप लगाया।
रुबिल ने आगे बताया कि उन्हें 9 सितम्बर को सहरुद्दीन के रिम्स (अस्पताल) में भर्ती होने की जानकारी मिली। उन्होंने कहा कि जब वो अस्पताल पहुँचे तब तक सहरुद्दीन की मौत हो चुकी थी। मृतक के भाई शाहिद अंसारी के मुताबिक, जब सहरुद्दीन पर रेप का आरोप लगा था तब गाँव के ही कुछ युवकों ने उसे पुलिस के आगे ही बेरहमी से पीटा था।
शाहिद का कहना है कि उसके भाई को पुलिस ने भी थाने ले जाकर पीटा। इसी कारण हालत ज्यादा खराब हो गई और सहरुद्दीन की मौत हो गई। शाहिद का मानना है कि सहरुद्दीन को पुलिस ने आनन-फानन में तब जेल भेजा था, जब उसकी हालत खराब होने लगी थी। सहरुद्दीन के परिजनों ने सरकार से पुलिसकर्मियों पर एक्शन के साथ मुआवजा और परिवार के एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी की माँग की है।
रांची के RIMS में रेप के आरोपी की मौत, नाबालिग से रेप का आरोपी था सहरुद्दीन pic.twitter.com/CiZCXklcE5
— News18 Jharkhand (@News18Jharkhand) September 11, 2022
मलद्वार से निकल आया था खून
डॉक्टरों ने सहरुद्दीन की मौत की वजह आँत में ब्लीडिंग और किडनी का खराब होना बताया है। उसका यूरिया लेवल बढ़ने और मलद्वार से भी खून निकलने की बात कही जा रही है। इस मामले में जेलर का कहना है कि जब सहरुद्दीन जेल आया था तब उसके शरीर पर चोटें थीं। उसे आंतरिक चोटें भी लगी थीं।
बताया जा रहा है कि 31 अगस्त से 8 सितम्बर तक सहरुद्दीन का इलाज जेल में ही हुआ, लेकिन फायदा न होने पर उसे रिम्स भेजा गया। इन आरोपों पर बेड़ो के डिप्टी एसपी अजीत प्रेम बाखला ने कहा कि सहरुद्दीन को बाकायदा मेडिकल परीक्षण के बाद जेल भेजा गया था और मेडिकल परीक्षण में वह स्वस्थ था। सहरुद्दीन का इलाज 11 सितम्बर 2022 (रविवार) को रिम्स में मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में हुआ।
पड़ोसियों ने पकड़कर किया था पुलिस के हवाले
सहरुद्दीन ने 28 अगस्त 2022 को करीब 10 बजे घर से निकलकर नहाने जा रही एक जनजातीय नाबालिग लड़की से बलात्कार किया था। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि तेज बारिश आ जाने के कारण वह एक पेड़ के नीचे खड़ी हो गई थी। उसी दौरान वहाँ सहरुद्दीन आ गया। उसके बाद वह घबराकर घर भाग गई थी।
सहरुद्दीन भी पीछे भागते हुए लड़की के घर में घुस गया था और आंगन में पटक कर उसके साथ दुष्कर्म किया था। जिस समय यह घटना हुई थी, उस समय लड़की घर पर अकेली थी। ऐसे में आस-पड़ोस वालों ने आवाज सुनकर उसकी मदद की। पड़ोसियों ने सहरुद्दीन को पकड़ा और पिटाई करने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया था।