झारखंड के साहिबगंज जिले में नाबालिग हिंदू से गैंगरेप के सभी आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तीसरे आरोपित आरोपित शाहनवाज शेख को सेना ने पुलिस को सौंप दिया। इसके बाद ट्रांजिट रिमांड पर पुलिस उसे सिलीगुड़ी से साहिबगंज लेकर आई।
घटना 25 मई की है। आम चुनने के लिए बगीचे में गई पीड़िता के साथ इदगार शेख, शाहनवाज शेख और एकरामुल शेख ने रेप किया था। मामला दो समुदाय से जुड़ा होने के कारण इलाके में तनाव पैदा हो गया था।
इस मामले में सबसे पहले एकरामुल की गिरफ्तारी हुई थी। उसके बाद 27 मई को इदगार पकड़ा गया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद साहिबगंज के एसपी अनुरंजन ने ऑपइंडिया से बातचीत में शाहनवाज के सेना से जुड़े होने की पुष्टि की थी। उन्होंने बताया था कि वह सेना की मेडिकल कोर टीम का हिस्सा है और उसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
घटना के बाद शहनवाज भाग कर सिलीगुड़ी पहुँच गया था और अपनी यूनिट ज्वाइन कर ली थी। सेना द्वारा शाहनवाज को नियमानुसार सिलीगुड़ी में क्वारंटाइन कर रखा गया था। पुलिस को मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसके वहाँ होने की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस कोर्ट से वारंट लेकर पहुँची और सेना के अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद आरोपित को पुलिस को सौंप दिया गया।
इससे पहले मीडिया रिपोर्टों में बताया गया था कि शाहनवाज ईद की छुट्टियों में घर आया था और इस घटना के बाद वापस अपनी ड्यूटी पर लौट गया। घटना के बाद नाराज लोगों ने आरोपितों में से एक के पिता को घर से निकालकर उसकी पिटाई की। इसके बाद माहौल को देखते हुए वहाँ रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों की तैनाती करनी पड़ी थी।
पीड़िता ने अपने बयान में बताया था कि 25 मई की शाम लगभग 4:00 बजे वह अपने घर के पीछे बगीचे में आम चुनने के लिए गई थी। वहॉं एकरामुल ने उसे पकड़ लिया और शोर करने पर चाकू से गला रेतने की धमकी दी।
इसके बाद उसे पकड़ कर वह पास की एक झाड़ी में ले गया।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपित लड़के के साथ वहाँ दो और लोग मौजूद थे। जब एकरामुल शेख ने बलात्कार किया, तब अन्य 2 लड़कों ने उसे पकड़कर रखा था। उसके बाद बारी-बारी से उन लड़कों ने भी उसके साथ बलात्कार किया। रेप के बाद तीनों युवक मोटरसाइकिल से फरार हो गए। इसके बाद पीड़िता ने घटना की सूचना अपने माता-पिता को दी।