Sunday, November 3, 2024
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हिंदू बच्चों को काटने से पहले चाकू खरीद कर लाया था साजिद, कहा था- रमजान है गोश्त काटने के काम आएगा: बदायूँ पुलिस को जावेद ने बताया

साजिद के परिजनों ने पुलिस को बताया है कि साजिद बचपन से काफी बीमार रहता था, उसका पिता उसे कई पीर और बदायूँ में छोटे सरकार-बड़े सरकार की दरगाह पर भी लेकर गया था। पुलिस ने बताया कि 10 वर्ष की आयु में साजिद के बीमार होने पर उसकी माँ उसे लेकर कई दिनों तक दरगाह में रही थी।

बदायूँ में 2 हिन्दू बच्चों को मारने वाले साजिद ने हत्या से पहले एक चाकू खरीदा था। उसने अपने भाई जावेद के पूछने पर कहा था कि रमजान के दिन चल रहे हैं इसलिए चाकू गोश्त काटने के काम आएगा। जावेद ने यह बातें पुलिस पूछताछ में बताई हैं।

जावेद से पूछताछ में मिली जानकारी को लेकर बदायूँ के एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने मीडिया से बातचीत की है। जावेद ने पुलिस से पूछताछ में बताया है कि साजिद पीड़ित परिवार के सामने ही पिछले लगभग 4-5 वर्षों से दुकान करता था। साजिद की पीड़ित परिवार से पहचान भी थी।

जावेद ने बताया है कि घटना के दिन (19 मार्च, 2024) को वह सामान्य दिनों की तरह ही दुकान पर आए थे। इसके बाद साजिद ने लोगों के बाल भी काटे और दाढ़ी वगैरह भी बनाई। इसके बाद 10 बजे के आसपास साजिद ने अपनी तबीयत खराब होने की बात कही।

साजिद यह बात कह कर दुकान से चला गया था। वह लगभग 1 बजे वापस आया था और फिर से तबीयत खराब होने की बात कहने लगा। साजिद और जावेद दुकान बंद करके 1 बजे के आसपास वापस गाँव सखानू लौट गए थे।

इसके बाद जावेद ने साजिद से गोश्त बना कर खाने की बात कही थी। दोनों भाई वापस बदायूँ आ गए थे। जावेद ने बताया है कि साजिद ने हत्या से कुछ घंटे पहले एक चाकू खरीदा था। जावेद के पूछने पर साजिद ने बताया था कि रमजान के समय गोश्त काटने के लिए वह यह चाकू लाया है।

इसके बाद साजिद हिन्दू बच्चों के घर जाने की बात कहने लगा था। जावेद ने बताया है साजिद घर के अंदर जाकर बच्चों की हत्या कर दी थी। उसने बताया कि साजिद अंदर से खून में सने कपड़ो में बाहर आया था। इसके बाद दोनों भाग गए थे।

पुलिस से जावेद ने बताया है कि वह हत्या में शामिल नहीं था बल्कि बाहर बाइक लेकर खड़ा था। पुलिस ने जानकारी दी है कि साजिद की शादी को लेकर समस्याएँ थी, शादी के 4 साल बाद भी उसकी बीवी के बच्चा नहीं हो रहा था।

पुलिस ने इस मामले में साजिद के परिजनों से भी पूछताछ की है। परिजनों ने पुलिस को बताया है कि साजिद बचपन से काफी बीमार रहता था, साजिद का पिता उसे कई पीर और बदायूँ में छोटे सरकार-बड़े सरकार की दरगाह पर भी लेकर गया था। पुलिस ने बताया कि 10 वर्ष की आयु में साजिद के बीमार होने पर उसकी माँ उसे लेकर कई दिनों तक दरगाह में रही थी।

पुलिस ने कहा है कि साजिद को क्या बीमारी थी इसका पता लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह हिंसक प्रवृत्ति का था। उसे कभी कभार काफी गुस्सा आता था और वह किसी के नियंत्रण में नहीं आता था। साजिद ने एक बार चूहे मारने की दवा भी खा ली थी। पुलिस ने यह भी कहा है कि साजिद, बच्चों के घर में हत्या का मन पहले से बना कर गया था।

बदायूँ के एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने कहा है कि घटना के विषय जितने भी लोग जानकारी दे रहे हैं उन सभी तथ्यों को एक साथ रख कर देखा जाएगा। मृतक हिन्दू बच्चों के परिवार वालों से भी घटना के विषय में डीटेल्ड जानकारी ली जाएगी।

गौरतलब है कि 19 मार्च, 2024 की शाम को बदायूं में नाई की दुकान चलाने वाले साजिद ने दो हिन्दू बच्चों आयुष और अहान की छुरी से रेत कर हत्या कर दी थी। साजिद यह हत्या करके फरार हो गया था। यूपी पुलिस ने साजिद को उसी दिन मुठभेड़ में मार गिराया था। घटना के दौरान मौजूद रहा साजिद का भाई जावेद फरार था। जावेद को गुरूवार (21 मार्च, 2024) को गिरफ्तार किया गया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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