Saturday, April 20, 2024
Homeदेश-समाजराम मंदिर के नीचे 'टाइम कैप्सूल' मनगढ़ंत कहानी, खुद राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट...

राम मंदिर के नीचे ‘टाइम कैप्सूल’ मनगढ़ंत कहानी, खुद राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने बताया फर्जी

"मैं सबसे आग्रह करूँगा कि जब राम जन्मभूमि ट्रस्ट की तरफ से कोई अधिकृत वक्तव्य जाए, उसे ही आप सही मानें। 5 अगस्त को राम मंदिर कंस्ट्रक्शन साइट की जमीन के नीचे टाइम कैप्सूल रखे जाने की खबर गलत एवं मनगढ़ंत है।"

अयोध्या श्रीराम मंदिर भूमि पूजन की तारीख नजदीक आते-आते अफवाहों का बाजार भी गर्म होता जा रहा है। इनमें से एक अफवाह किसी ‘टाइम कैप्सूल’ को दबाने को लेकर भी खूब जोर पकड़ रही है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव, चंपत राय ने जमीन के नीचे एक ‘टाइम कैप्सूल‘ दबाने की रिपोर्टों का खंडन करते हुए कहा कि टाइम कैप्सूल रखने के संबंध में सभी रिपोर्टें फर्जी और बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि उन ख़बरों पर विश्वास नहीं किया जाना चाहिए।

समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण स्थल पर जमीन के नीचे टाइम कैप्सूल रखने की सभी खबरें झूठी हैं, ऐसी किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें।

टाइम कैप्सूल मामला

कुछ ही दिनों से ऐसी खबरों को लगभग सभी समाचार चैनल और मीडिया द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है। इनमें दावा किया गया कि भविष्य में कभी मंदिर निर्माण को लेकर किसी विवादित परिस्थितियों को सामना न करना पड़े, इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट राम मंदिर निर्माण स्थल पर जमीन में लगभग 200 फीट नीचे एक टाइम कैप्सूल रखेगा।

इन अफवाहों में यह भी दावा किया गया है कि इसका मकसद यह है कि सालों बाद भी यदि कोई श्रीराम जन्मभूमि के बारे में जानना चाहे तो वो इससे जान सकता है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि राम जन्मभूमि के इतिहास को सिद्ध करने के लिए जितनी लंबी लड़ाई कोर्ट में लड़नी पड़ी है, उससे यह बात सामने आई है कि अब जो मंदिर बनवाएँगे, उसमें एक ‘टाइम कैप्सूल’ बनाकर दो हजार फीट नीचे डाला जाएगा।

इसके पीछे जो तर्क रखे जा रहे थे उनके अनुसार, भविष्य में जब कोई भी इतिहास देखना चाहेगा तो श्रीराम जन्मभूमि के संघर्ष के इतिहास के साथ यह तथ्य भी निकल कर आएगा, जिससे कोई भी विवाद जन्म ही नहीं लेगा।

फिलहाल, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, ने ऐसी सभी खबरों पर विराम लगते हुए कहा है कि 5 अगस्त को राम मंदिर कंस्ट्रक्शन साइट की जमीन के नीचे टाइम कैप्सूल रखे जाने की खबर गलत एवं मनगढ़ंत है। उन्होंने कहा – “मैं सबसे आग्रह करूँगा कि जब राम जन्मभूमि ट्रस्ट की तरफ से कोई अधिकृत वक्तव्य जाए, उसे ही आप सही मानें।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘PM मोदी की गारंटी पर देश को भरोसा, संविधान में बदलाव का कोई इरादा नहीं’: गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- ‘सेक्युलर’ शब्द हटाने...

अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने जीएसटी लागू की, 370 खत्म की, राममंदिर का उद्घाटन हुआ, ट्रिपल तलाक खत्म हुआ, वन रैंक वन पेंशन लागू की।

लोकसभा चुनाव 2024: पहले चरण में 60+ प्रतिशत मतदान, हिंसा के बीच सबसे अधिक 77.57% बंगाल में वोटिंग, 1625 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में...

पहले चरण के मतदान में राज्यों के हिसाब से 102 सीटों पर शाम 7 बजे तक कुल 60.03% मतदान हुआ। इसमें उत्तर प्रदेश में 57.61 प्रतिशत, उत्तराखंड में 53.64 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe