साल 2011 में राजस्थान की राजनीति में तूफान मचा देने वाली भंवरी देवी का नाम फिर से चर्चा में है। इस बार भंवरी देवी के परिवार के दो सदस्यों पर दुष्कर्म का आरोप लगा है। आरोपितों में उसके बेटा साहिल भी है। पीड़िता ने सामूहिक दुष्कर्म और दहेज प्रताड़ना का मुकदमा दर्ज करवाया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, पीड़िता भी भंवरी देवी की रिश्तेदार ही है। उसका आरोप है कि साहिल उसके पति के सामने उसका बलात्कार करता था। कई दिन तक प्रताड़ना झेलने के बाद उसने आत्महत्या का प्रयास भी किया। जोधपुर जिले के बोरुंदा इलाके में पीड़िता ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि उसका पीहर खेड़ापा थाने क्षेत्र के अंतर्गत आता है। साल 2016 में उसकी शादी हुई थी। इसके बाद 22 वर्षीय पीड़िता बीएड करने लगी और उसका खेड़ापा लगातार आना-जाना लगा रहा।
दिसंबर 2020 में ससुर का जोधपुर में ऑपरेशन होना था। पति ने उसको जोधपुर बुलाया और कहा कि वो अमरचंद के बेटे साहिल के साथ जोधपुर आ जाए। महिला इसके लिए मान गई। लेकिन रास्ते में साहिल ने सुनसान जगह पर गाड़ी को रोक दी और पिस्टल के दम पर उसके साथ दुष्कर्म किया। इस दौरान उसने मोबाइल से उसके कुछ फोटो भी खींच लिए। पीड़िता ने पूरे घटनाक्रम से पति और ससुराल पक्ष को अवगत कराया, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई करने के बजाए बात दबा दी।
बाद में साहिल लगातार घर आने लगा। पीड़िता कहती है कि साहिल और उसका पति दोनों साथ में शराब पीते और फिर उसके साथ दुष्कर्म होता। यह सब उसके साथ दिसंबर 2020 से जनवरी 2021 तक चला। इसके बाद वह अपने मायके चली गई। कुछ दिन बाद साहिल पीहर आया और धमकी देनी शुरू कर दी। पीड़िता बताती है कि दुष्कर्म के समय साहिल ने उसकी फोटो खींची थीं, जिसे वह धमकी देने के लिए इस्तेमाल करता था कि यदि वह ससुराल नहीं आई तो उसे मार देगा।
साहिल के रवैये से परेशान होकर 18 जून को पीड़िता ने कीटनाशक पी लिया, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। वहाँ समय से उपचार मिलने पर स्थिति सँभल गई। 24 जून को पुलिस के सामने दिए बयान में महिला ने साहिल पर आरोप लगाए। अब पुलिस मामले की जाँच कर रही है। पुलिस के मुताबिक, इस मामले को आईपीसी की धारा 498ए, 376 व 376-डी के तहत दर्ज किया गया है। आगे की जाँच चल रही है।
भंवरी देवी केस
उल्लेखनीय है कि भंवरी देवी का मामला अगस्त 2011 का है। उस समय एएनएम भंवरी देवी के अचानक गायब होने पर उनके पति अमरचंद ने प्रदेश के तत्कालीन मंत्री महिपाल मदेरणा पर पत्नी को गायब कराने का आरोप लगाया था। कुछ समय बाद मामला परत दर परत खुला और एक के बाद एक कर कई लोग इस पूरी कहानी में जुड़ते गए, लेकिन भंवरी का कहीं पता नहीं लग पाया। बाद में सीबीआई मामले की जाँच में जुटी और तभी भंवरी देवी और महिपाल मदेरणा की एक सीडी वायरल हो गई। उसके बाद से महिपाल मदेरणा के अलावा तत्कालीन विधायक मलखान सिंह व भंवरी के पति अमरचंद सहित 14 लोग जेल में बंद हैं। मामला कोर्ट में विचाराधीन है।