मध्य प्रदेश के इंदौर में लॉकडाउन के नियमों का उलंघन कर फातिहा पढ़ने कब्रिस्तान गए यूनुस कबाड़ी को गिरफ्तार करने गई पुलिस पर पत्थरबाजी का मामला सामने आया है। उसी शख्स को छुड़वाने सैंकड़ो की संख्या में ‘पुलिस हाय-हाय’ के नारे लगाते हुए समुदाय विशेष के लोग के थाने पहुँचे और पुलिस पर पत्थरबाजी की। यही नहीं, पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करने महिलाएँ भी बड़ी संख्या में सड़क पर उतर आईं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने जब अपने बचाव में पिस्टल निकाली तो पथराव करने वाले युवक और महिलाएँ वहीं गलियों में छुप गए। पुलिस ने अब तक इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। पथराव की इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और इसके आधार पर पुलिस अब आऱोपितों की पहचान कर रही है।
मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना की रोकथाम में जुटी पुलिस को समुदाय विशेष की भीड़ ने एक बार फिर पत्थरबाजी का निशाना बनाया है। इंदौर के रावजी बाजार इलाके में आज मंगलवार (मई 19, 2020) को पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंके गए।
दरअसल, यह मामला गत 15 मई से शुरू हुआ जब इस इलाके में रहने वाला मोहम्मद यूनुस उर्फ यूनुस कबाड़ी लॉकडाउन का पालन ना करते हुए कब्रिस्तान में फातिहा पढ़ने गया।
जब पुलिस को इसकी सूचना मिली तो उन्होंने युनूस के खिलाफ बंद के नियमों का उल्लघंन करने पर केस दर्ज किया। धारा 188 के तहत केस दर्ज होने के बाद से से ही यूनुस कबाड़ी गायब हो गया था।
आज जब कुछ पुलिसकर्मी उसे गिरफ्तार करने गए तो यूनुस के पक्ष के लोगों ने पुलिस का विरोध शुरू कर दिया। पुलिस ने लॉकडाउन जारी होने की बात कह कर घरों में वापस जाने की अपील की तो लोग हंगामा करने लगे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
विरोध कर रहे लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि वो ज्यादती कर रहे हैं। देखते ही देखते वहाँ पर बच्चे, युवक और महिलाओं की बड़ी भीड़ इकट्ठी हो गई।
ये देखकर पुलिस ने निकट के थानों से भी पुलिसबल बुलाया और कुछ ही देर में भीड़ ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। रावजी बाजार पुलिस पर हमले का यह वीडियो वायरल हो गया है।
इंदौर में लगातार हुए हैं पुलिस और डॉक्टर्स पर हमले
उल्लेखनीय है कि इंदौर मध्य प्रदेश का सबसे ज्यादा प्रभावित शहर रहा है। शुरुआत से ही इस इलाके में डॉक्टर और पुलिस के दलों पर पत्थरबाजी, थूकने और ह्म्मले के कई मामले सामने आते रहे हैं।
इससे पहले इंदौर के टाटपट्टी बाखल इलाके में डॉक्टर्स की टीम पर हमला किया गया था। रानीपुरा में भी कोरोना वारियर्स के साथ अभद्रता थूकने के मामले सामने आए थे।