उत्तर प्रदेश में कानपुर देहात के शोभन आश्रम के महंत विरक्तानंद महाराज उर्फ शोभन सरकार के ब्रह्मलीन शरीर के दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ पर पुलिस ने महामारी अधिनियम के तहत लगभग 4000 अनुयायियों खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज किए हैं।
बता दें संत शोभन सरकार का बुधवार (13.5.20) को निधन हो गया था। जिस पर दुख व्यक्त करते हुए अंतिम विदाई और श्रद्धांजलि देने के लिए गुरुवार को लोगों का हुजूम चौबेपुर स्थित उनके सुनौहरा आश्रम में एकत्र हुआ। उस वक्त लोगों ने कोरोना महामारी को अनदेखा कर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को भी दरकिनार कर दिया।
जहाँ एक तरफ शोभन सरकार के निधन पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शोक व्यक्त किया था। वहीं कई अधिकारी, सांसद, मंत्री, विधायक और यहाँ तक कि आसपास के जनपदों में जो सरकारी कर्मचारी उनके अनुयायी थे, वे भी अपने काम को छोड़कर उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। जिसके बाद सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ाते हुए उनकी वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई।
जिस पर देवेंद्र मिश्र, सीओ बिल्हौर ने कहा, “नियम सभी के लिए बराबर हैं, बुधवार को लोगों ने लॉकडाउन का मजाक बना दिया था। हजारों लोगों पर महामारी का अंदेशा बढ़ गया है।”
घटना की जानकारी देते हुए चौबेपुर के थाना अध्यक्ष विनय तिवारी ने कहा, “हमने भीड़ को आश्रम की तरफ बढ़ने से रोकने की कोशिश की लेकिन हमारे तमाम प्रयास विफल साबित हुए।” इस घटना का वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। तिवारी ने बताया कि लॉकडाउन के कारण किसी भी अंत्येष्टि कार्यक्रम में 20 से ज्यादा लोगों का इकट्ठा होना मना है, मगर आश्रम में हजारों की भीड़ पहुँच गई। इस मामले में करीब 4000 लोगों के खिलाफ तीन मामले दर्ज किए गए हैं।
लगभग 4000 लोगों के खिलाफ दर्ज मुकदमे में पहला 2000 लोगों के खिलाफ सुनोड़ा घाट पर थाना प्रभारी विनय तिवारी द्वारा दर्ज किया गया। तो वहीं 1200 सौ लोगों के खिलाफ बंदी माता पर उपनरीक्षक अंजलि तिवारी ने दूसरा मुकदमा दर्ज किया। तीसरा मुकदमा उप निरीक्षक देवेंद्र कुमार ने बेला रोड क्रॉसिंग पर जुटे 900 अज्ञात लोगों के खिलाफ लिखवाया है।
गौरतलब है कि शोभन सरकार 2013 में उस वक्त सुर्खियों में आए थे, जब उनके एक सपने के आधार पर उन्नाव के डौंडिया खेड़ा में आर्किलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) की टीम खजाने की खोज में जुट गई थी।
शोभन सरकार ने दावा किया था कि उन्हें सपने में राजा राम बख्श सिंह के किले में शिव चबूतरे के पास 1000 टन सोने के दबे होने का पता चला है। इसके बाद ही साधु शोभन सरकार ने सरकार से सोना निकलवाने की बात कही थी।