Monday, December 23, 2024
Homeदेश-समाजत्रिपुरा में मुस्लिम भीड़ का हमला: मंदिर में घुस तोड़ डाली काली माँ की...

त्रिपुरा में मुस्लिम भीड़ का हमला: मंदिर में घुस तोड़ डाली काली माँ की मूर्ति, ABVP कार्यकर्ता पर भी जानलेवा हमला

काली मंदिर पर हमले के अलावा एक घटना एबीवीपी कार्यकर्ता पर हुए अटैक को लेकर भी आई है। बताया जा रहा है कि शिबाजी सेनगुप्ता पर NSUI और तृणमूल छात्र परिषद के लोगों ने हमला किया।

त्रिपुरा के उनाकोटि जिले में शुक्रवार (29 अक्टूबर) को मुस्लिम भीड़ नें हिंदुओं के कैलाशहर स्थित काली मंदिर में हमला किया। ये घटना उन अफवाहों के बाद घटित हुई जिसमें कहा जा रहा था कि राज्य में हिंदुओं की भीड़ ने मस्जिद में आग लगा दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुस्लिम भीड़ ने काली मंदिर पर दोपहर 4 बजे हमला किया। उन्होंने वहाँ माँ की मूर्ति तोड़ी और मंदिर को क्षतिग्रस्त किया। 

इसके अलावा एक अन्य मामला भी सामने आया जहाँ एबीवीपी कार्यकर्ता शिबाजी सेनगुप्ता पर NSUI और तृणमूल छात्र परिषद के लोगों ने हमला किया। इस घटना में एबीवीपी कार्यकर्ता को काफी चोट आई लेकिन अब हालत स्थिर है। खबरों के मुताबिक, इलाके में कई बार शांति बहाल की अपील की गई थी, लेकिन त्रिपुरा के करीब 1100 मस्जिदों में जुमे की नमाज के बाद समुदाय के लोगों को भड़काया गया और फिर इलाके में स्थिति और खराब होती गई।

प्रशासन ने हालात काबू करने के लिए इलाके में धारा 144 लगाई है। अब 5 लोगों के एक जगह इकट्ठा होने पर मनाही है। 31 अक्टूबर तक यह प्रतिबंध लागू रहेगा। उनाकोटि पुलिस ने कहा, “2 अलग-अलग घटनाओं में शांति भंग करने पर लक्ष्मीपुर और कैलाशहर में धारा 144 लागू की गई है। कल अज्ञात बदमाशों ने लक्ष्मीपुर में काली मंदिर में तोड़फोड़ की, और कैलाशहर में एनएसयूआई और तृणमूल छात्र परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा एबीवीपी नेता पर हमला किया गया।”

उधर एबीवीपी त्रिपुरा के आधिकारिक हैंडल से इस बात की पुष्टि की गई है कि शिबाजी सेनगुप्ता कैलाशहर नगर यूनिट में संगठन के सचिव हैं। उनपर हमले के बाद उनका ईलाज एजीएमसी & जीबीपी अस्पताल में किया गया है।

इंडियन एक्सप्रेस की पत्रकार समृद्धि के सकुनिया ने एबीवीपी कार्यकर्ता की वीडियो शेयर की है। देख सकते हैं कि इसमें शिबाजी स्ट्रेचर पर पड़े हैं और मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए उन्हें ले जाया जा रहा है।

मंदिर और कार्यकर्ता पर हुए हमले को लेकर समृद्धि ने दावा किया कि पहले अफरोज अली नामक एक मदरसा उलेमा पर कुछ अज्ञात लोगों ने हमला किया। वहीं अकबर अली की दुकान जलाई गई जिसके बाद काली मंदिर पर हमले की घटना को अंजाम दिया गया। 

बता दें कि उत्तरी त्रिपुरा के धर्मनगर में आपसी झड़प के बाद सांप्रदायिक अशांति देखी गई। विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने वहाँ बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा की माँग को लेकर एक मार्च निकाला था। मार्च का नेतृत्व विहिप नेता पूर्ण चंद्र मंडल ने किया। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक धर्मनगर के रोवा गाँव में जुलूस के पहुँचने पर हिंसा हुई। वहाँ पथराव के बाद स्थिति और खराब हो गई थी। कुछ रिपोर्ट्स ने कहा था कि प्रदर्शनकारियों ने एक मस्जिद को निशाना बनाया और उसके बाद उनकी संपत्तियों को नुकसान पहुँचाया। वहीं ऑपइंडिया ने आपको रिपोर्ट में बताया था कि विरोध में मुसलमानों की कुछ दुकानों में तोड़फोड़ की गई, लेकिन त्रिपुरा में किसी भी मस्जिद पर कोई हमला नहीं हुआ। 

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जनसंख्या 13.8 लाख, आधार कार्ड बने 14.53 लाख… बांग्लादेशियों की घुसपैठ के लिए बदनाम झारखंड में एक और ‘कमाल’, रिपोर्ट में दावा- 5 जिलों...

भाजपा की रिपोर्ट में सामने आया था कि मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में वोटरों की संख्या में अप्रत्याशित बढ़त 20% से 123% तक हुई है।

केरल के सरकारी स्कूल में मन रहा था क्रिसमस, हिंदू कार्यकर्ताओं ने पूछा- जन्माष्टमी क्यों नहीं मनाते: टीचरों ने लगाया अभद्रता का आरोप, पुलिस...

केरल के एक सरकारी स्कूल में क्रिसमस मनाए जाने पर कुछ हिन्दू कार्यकर्ताओं ने सवाल उठाए। इसके बाद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
- विज्ञापन -