Sunday, December 22, 2024
Homeदेश-समाजपानीसागर मस्जिद में नहीं हुई आगजनी, त्रिपुरा पुलिस ने बताया- शेयर तस्वीरें/वीडियो फर्जी: VHP...

पानीसागर मस्जिद में नहीं हुई आगजनी, त्रिपुरा पुलिस ने बताया- शेयर तस्वीरें/वीडियो फर्जी: VHP रैली के दौरान निशाना बनाने का था दावा

"पानीसागर में कल की घटना के संबंध में फर्जी खबरें और अफवाहें फैलाई जा रही हैं। किसी भी मस्जिद में आग की कोई घटना नहीं हुई है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल फर्जी पोस्ट के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।"

त्रिपुरा पुलिस ने राज्य के पानीसागर में मस्जिद में आगजनी और तोड़फोड़ के दावों को झूठा करार दिया है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस संबंध में सोशल मीडिया में शेयर की जा रही तस्वीरों और वीडियो का राज्य में हुई घटना से कोई संबंध नहीं है। यहाँ बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हुई हालिया हिंसा के विरोध में विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने रैली निकाली थी। इसके बाद से मस्जिद को निशाना बनाए जाने का दावा किया जा रहा था।

त्रिपुरा पुलिस ने पानीसागर में मस्जिद पर हमले, तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाओं को अफवाह बताया है। इस संबंध में सोशल मीडिया पर फेक वीडियो डालने वालों पर FIR भी दर्ज की गई है। यह जानकारी त्रिपुरा पुलिस के IGP (लॉ एन्ड आर्डर) सौरभ त्रिपाठी ने 28 अक्टूबर 2021 (गुरुवार) को दी।

आईजीपी त्रिपाठी ने कहा है, “पानीसागर में कल की घटना के संबंध में फर्जी खबरें और अफवाहें फैलाई जा रही हैं। किसी भी मस्जिद में आग की कोई घटना नहीं हुई है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल फर्जी पोस्ट के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।” उन्होंने बतया कि असामाजिक और राष्ट्रविरोधी तत्वों ने भ्रामक और निराधार खबरें फैलाई। ऐसे सोशल मीडिया हैंडलों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। वायरल की जा रही भ्रामक खबरों और वास्तविकता का कोई संबंध नहीं है।

उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है और उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। त्रिपुरा पुलिस ने वर्तमान स्थिति की जानकारी देते हुए कहा है कि हालत काबू में है। साथ ही झूठी अफवाह उड़ाने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की बात कही है।

गौरतलब है कि VHP ने बंगलादेश में हिन्दुओं पर हुए हमलों के विरोध में पानीसागर में रैली रखी थी। इसी रैली में मस्जिद पर हमले का दावा किया गया था। पानीसागर उत्तर त्रिपुरा जिले के अंतर्गत आता है। सोशल मीडिया पर मस्जिद पर कथित हमले का वीडियो वायरल होने के बाद त्रिपुरा के कई क्षेत्रों में तनाव फ़ैल गया था। कुछ क्षेत्रों में छिटपुट हिंसक गतिविधियाँ भी हुईं थी। हालात को काबू करने के लिए पुलिस ने इलाके में धारा 144 लागू कर दी थी। धर्मस्थलों की सुरक्षा को भी बढ़ा दिया गया था।

साम्प्रदायिक तनाव उत्तरी त्रिपुरा जिले के धर्मनगर सब-डिवीजन और त्रिपुरा के उनोकोटी जिले के कैलाशहर सब-डिवीजन में भी फ़ैल गया था। इसके चलते सार्वजनिक समारोहों, जुलूसों, नारेबाजी, रैली, सार्वजनिक भाषणों आदि पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।

अफवाहों के चलते कदमतला इलाके में करीब एक हजार मुस्लिम सड़क पर उतर आए थे। उन्होंने हिन्दुओं के घरों, दुकानों और वाहनों पर हमला कर दिया था। इस घटना के भी वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुए। वीडियो में मुस्लिमों की भीड़ हाथों में लाठी ले कर सड़कों पर घूमती दिखाई दे रही थी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -