अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद अब माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने भी 19 अगस्त 2021 को अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनसे जुड़े सभी अकाउंट्स को बंद कर दिया है। @Afghanpresident और उनकी पार्टी अफगानिस्तान ग्रीन ट्रेंड (AGT) के हैंडल @AfgGreenTrend को माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट द्वारा निलंबित कर दिया गया है। कथित तौर पर सालेह अभी भी अफगानिस्तान के कब्जे के खिलाफ मुकाबला करने के लिए सेना को एकत्रित कर रहे हैं। वह वर्तमान में पंजशीर प्रांत में हैं, जहाँ अभी तक तालिबान का कब्जा नहीं हो पाया है।
खास बात यह है कि जहाँ ट्विटर ने सालेह से जुड़े अकाउंट्स को निलंबित कर दिया है, वहीं तालिबान के प्रवक्ता का अकाउंट्स अभी भी प्लेटफॉर्म पर एक्टिव है। उल्लेखनीय है कि ट्विटर पर कई तालिबानी नेताओं के अकाउंट उपलब्ध हैं। तालिबान का प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद अपने ट्विटर अकाउंट को नवीनतम सूचनाओं के साथ सक्रिय रूप से अपडेट कर रहा है। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर उसके 3,00,000 से अधिक फॉलोवर्स हैं। एक अन्य प्रवक्ता सुहैल शाहीन के भी 3,00,000 से अधिक फॉलोवर्स हैं, जबकि कारी यूसुफ अहमदी के ट्विटर पर लगभग 60,000 फॉलोवर्स हैं।
फेसबुक और यूट्यूब ने तालिबान और उसके फॉलोवर्स से जुड़े अकाउंट्स पर तेजी से प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया है, वहीं ट्विटर ने कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन पर ऐसी कार्रवाई करने से इनकार कर दिया है। कंपनी ने कहा है कि वो तालिबान के खातों की लगातार निगरानी कर रही है और अगर वे ‘सीमा पार करते हैं’ तो जिहादी समूह के खिलाफ कार्रवाई होगी।
गौरतलब है कि फेसबुक ने तालिबान पर प्रतिबंध की घोषणा करते हुए कहा था कि तालिबान को अमेरिकी कानूनों के अनुसार एक आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है। इसलिए वह फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम सहित अपने सभी प्लेटफॉर्मों से तालिबान से जुड़े सभी खातों और सामग्री को हटा देगा।