देश में बच्चियों, लड़कियों और महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हाल ही में एक के बाद एक दिल दहला देने वाली वारदातों को अंजाम दिया गया, जिससे किसी की भी आत्मा काँप जाए। मामला चाहे हैदराबाद का हो, आजमगढ़ का हो या फिर हो बिहार का, हर मामले में दरिंदगी ऐसी कि जिसे देख-सुनकर किसी का भी दिल दहल जाए।
हैवानियत भरा ऐसा ही एक मामला उन्नाव से सामने आया है, जिसमें गैंगरेप की शिकार पीड़िता को ज़िंदा जलाने की भी कोशिश की गई। इस कोशिश में दरिंदे काफ़ी हद तक क़ामयाब भी रहे। पीड़िता बुरी तरह से झुलस गई जिसके बाद उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया। उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़िता का इलाज सरकारी खर्च पर कराए जाने और आरोपितों के ख़िलाफ़ कड़ी से कड़ी कार्रवाई कराए जाने का निर्देश दिया है।
Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath has taken cognisance of the incident in which a woman was set ablaze in Bihar area of Unnao, today. CM has said treatment of the victim will be carried out on government expenses and strict action will be taken against the accused. (file pic) https://t.co/rVviin5YX2 pic.twitter.com/eoxWDz2NDA
— ANI UP (@ANINewsUP) December 5, 2019
दरअसल, उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र के गौरा मोड के पास गुरुवार (5 दिसंबर) को सुबह तड़के एक गैंगरेप की पीड़िता अपने मुक़दमे की तारीख पर रायबरेली के लिए ट्रेन पकड़ने जा रही थी। इस बीच गैंगरेप के दो आरोपितों ने अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर अचानक पीड़िता पर हमला बोल दिया। उन्होंने पीड़िता पर लाठी-डंडे और चाकू से कई वार किए। हैवानियत के नशे में चूर आरोपित इतने पर भी नहीं रुके, उन्होंने पीड़िता पर मिट्टी का तेल डाला और आग लगा दी। आग लगने से पीड़िता चीखने-चिल्लाने लगी जिसके बाद घटना स्थल पर आसपास के लोग पहुँचे। लोगों की भीड़ को आता देख सभी आरोपित वहाँ से भाग निकले।
पीड़िता को गंभीर हालत में पहले तो कानपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन हालत बेहद नाज़ुक होने की वजह से लखनऊ रेफ़र कर दिया गया। फ़िलहाल, बर्न यूनिट में पीड़िता का इलाज चल रहा है। ख़बर के अनुसार, अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी ने बताया कि पीड़िता 90 फ़ीसदी तक झुलस गई है और उसकी हालत बेहद नाज़ुक है।
#UPDATE Unnao: Four people have been arrested in connection with the case, main accused Shivam Trivedi is still absconding. https://t.co/rVviin5YX2
— ANI UP (@ANINewsUP) December 5, 2019
वही, पीड़िता ने एसडीएम दयाशंकर पाठक को दर्ज कराए अपने बयान में बताया कि आरोपित पक्ष उस पर केस वापस लेने के लिए लगातार दबाव बना रहा था। जब उसने केस वापस नहीं लिया तो आरोपितों ने उस पर यह जानलेवा हमला कर दिया। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने अपनी कार्रवाई के तहत पाँचों आरोपितों को गिरफ़्तार कर लिया है।
इस मामले में शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी मुख्य आरोपित हैं, जिनके ऊपर अगवा कर गैंगरेप का आरोप लगा हुआ है। यह दोनों ही फ़िलहाल ज़मानत पर रिहा थे। इनके अलावा, पुलिस ने मुख्य आरोपितों की मदद करने वाले उमेश वाजपेई, हरिशंकर त्रिवेदी और राम किशोर त्रिवेदी को भी गिरफ़्तार किया है।
बता दें कि उन्नाव के हिन्दुनगर भाटनखेड़ा गाँव में रहने वाले शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी ने 12 दिसंबर 2018 को इलाक़े की एक महिला को अगवा कर रायबरेली ज़िले के लालगंज थानाक्षेत्र में गैंगरेप किया था। इसी मामले का केस रायबरेली ज़िले के थाना लालगंज में रजिस्ट्र्ड है, जहाँ इस मामले की सुनवाई चल रही है। गुरुवार की सुबह तड़के 4 बजे रेप पीड़िता रायबरेली जाने के लिए ट्रेन पकड़ने बैसवारा स्टेशन के लिए निकली थी और उनके साथ आरोपितों ने यह हैवानियत की।
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