गाजियाबाद पुलिस ने ट्विटर को दूसरा नोटिस जारी किया है। इस नोटिस में कहा गया कि ट्विटर जाँच में सहयोग नहीं कर रहा है और उसके द्वारा दिया गया स्पष्टीकरण औचित्य पूर्ण नहीं है। इसके साथ ही यूपी पुलिस ने ट्विटर इंडिया के MD महेश महेश्वरी को 24 जून 2021 को 10:30 बजे तक गाजियाबाद के लोनी थाना में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने का आदेश दिया है। उक्त तारीख पर उपस्थित न होने पर इसे विवेचना को असफल करने का प्रयास माना जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यूपी पुलिस द्वारा दिए गए नोटिस में कहा गया है कि जनता और राज्य की सुरक्षा एवं सद्भाव बनाए रखने क लिए ट्विटर इंडिया को इस तरह के फर्जी ट्वीट को हटाया जाना चाहिए। इसकी शक्ति उनके पास है। ट्विटर प्लेटफॉर्म पर प्रकाशित विद्वेषपूर्ण ट्वीट के कारण समाज में तनावपूर्ण माहौल पैदा हो गया। इसके साथ ही देश-प्रदेश के विभिन्न समूहों के मध्य शत्रुता बढ़ी एवं सामाजिक सौहार्द को खतरा उत्पन्न हो गया। नोटिस में कहा गया कि ट्विटर इस फर्जी खबर को रोकने में असफल रहा।
गौरतलब है कि ट्विटर इंडिया के प्रबंध निदेशक (MD) मनीष माहेश्वरी ने पहली नोटिस के जवाब में कहा कि वो पूछताछ के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर उपलब्ध हैं। MD माहेश्वरी ने कहा था कि इस पूरे प्रकरण से Twitter का कोई लेना-देना नहीं है। Twitter के जवाब से गाजियाबाद पुलिस संतुष्ट नहीं है और इसीलिए अब फिर से नोटिस भेजा गया। शनिवार (जून 19, 2021) को गाजियाबाद पुलिस ने ट्विटर को कुछ सवालों की सूची भेजी थी, लेकिन अब ट्विटर ने एक दूसरी ईमेल आईडी भेजी थी।
ऐसा नहीं है कि सिर्फ ट्विटर ही भारत में दादागिरी के सहारे अपना नैरेटिव फैलाना चाहता है। फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप्प जैसे प्लेटफॉर्म्स को भी 401 इमेल्स भेजे गए हैं, जिनमें से 246 मेल का जवाब मिला तो 155 इमेल्स को लेकर कोई प्रत्युत्तर नहीं दिया गया। ऊपर से जिनका जवाब आता है, उसमें 90 दिन लगा दिए जाते हैं। फेसबुक को भेजे गए 255 में से 177 मेल्स का जवाब आया। इंस्टाग्राम को 98 ईमेल भेजे गए थे, जिनमें से मात्र 28 का ही जवाब दिया गया।