उत्तर प्रदेश में मजहब छिपाकर एक महिला से शादी करने का मामला सामने आया है। जब राज खुला तो आरोपित ने अपने भाइयों संग मिलकर पत्नी को प्रताड़ित किया। मामला बस्ती का है। महिला के मुताबिक उसे पति के मजहब का पता तब चला जब वह शादी के करीब छह साल बाद ससुराल आई। पीड़िता ने इसका विरोध किया तो उसे जमकर प्रताड़ित किया गया और गला दबाकर मारने की कोशिश की गई।
ऑपइंडिया ने जब इस मामले बस्ती के कोतवाली पुलिस स्टेशन से संपर्क किया तो बताया गया कि महिला की शिकायत पर असलम सहित चार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पुलिस मामले की जॉंच कर रही है। पुलिस ने बताया कि महिला की शादी 6 साल पहले असलम से हुई थी। दोनों का 3 साल का एक बच्चा भी है। पीड़िता का आरोप है कि असलम ने अपना नाम सोनू बताकर उससे नजदीकियाँ बढ़ाईं और शादी कर ली।
पुलिस ने बताया कि असलम से शादी के पहले पीड़ित महिला की शादी संतोष नामक व्यक्ति से हुई थी, जिससे उसके दो बच्चे हैं। बाद में महिला और संतोष के बीच अनबन हो गई। इसके बाद महिला अलग रहने लगी। तभी असलम ने मौका देख सोनू बनकर महिला से सहानुभूति जताने के बहाने नजदीकियाँ बढ़ाई और उससे शादी कर ली। पुलिस के अनुसार शादी के बाद आरोपी महिला को लेकर किराए के मकान में रहने लगा। कुछ ही दिन पहले वह महिला को लेकर कसाईबाड़ा स्थित अपने घर आया था। तब महिला को उसके मुस्लिम होने का पता चला।
पीड़ित महिला ने अपने आरोप में कहा है कि जब उसने इस धोखाधड़ी का विरोध किया तो उसके पति सोनू उर्फ़ असलम और उसके भाइयों ने उसे मारा-पीटा और गला दबाकर जान से मारने की कोशिश भी की। कोतवाल ने बताया कि इस मामले में महिला के पति सोनू उर्फ़ असलम, उसके भाई रज्जाक, भाईजान और मो. इस्लाम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पूरे मामले की तफ्तीश की जा रही है।