उत्तर प्रदेश के एटा जिले में अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत मुल्लेशाह दरगाह पर किए गए अतिक्रमण पर बुलडोजर चला है। यह कार्रवाई 15 मई 2022 (रविवार) को की गई। सोशल मीडिया पर इस कार्रवाई की तारीफ की जा रही है। वहीं समाजवादी पार्टी प्रशासन के इस एक्शन का विरोध कर रहा है।
एटा जिले में नगर पालिका परिषद की जमीन पर कब्जा करके बनाई गई मुल्लेशाह की अवैध दरगाह पर बुलडोजर चल गया 🚩 pic.twitter.com/qT9viHXarb
— Awanish Kumar Singh (@Awanish_Singh) May 18, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एटा जिला के ADM प्रशासन ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है। उन्होंने कहा, “दरगाह सुरक्षित रखी जाएगी, लेकिन उसके ऊपर जो कमरे बन रहे हैं उसे तोड़ा गया है। इस कमरे में लोग रहना शुरू कर दिए थे।” वहीं समाजवादी पार्टी ने प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध किया है। दिबियापुर से सपा विधायक प्रदीप यादव ने कहा, “हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर 7 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले की जाँच की है। हम इस कार्रवाई का विरोध करते हैं। इसकी जाँच रिपोर्ट अखिलेश यादव को सौंपी जाएगी। साथ ही इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया जाएगा।”
समाजवादी पार्टी के एटा जिलाध्यक्ष परवेज जुबैरी ने भी इस कार्रवाई को गलत बताया है। उन्होंने कहा, “बहुत गलत काम हुआ है ये। ऐसा नहीं होना चाहिए। ये हमारी एकता को तोड़ने का प्रयास है।”
गुरुवार को लगता था मेला
गौरतलब है कि मुल्लेशाह की दरगाह पर हर गुरुवार को मेला लगता था। मेले में चादर आदि बिकती थी जिसको चढ़ाने और अगरबत्ती जलाने पर मन्नत पूरी होने जैसी बातें कही जाती थी। यहाँ का केयर टेकर सोनू कुमार नाम के व्यक्ति को बनाया गया था। यह दरगाह कितनी पुरानी है, आज स्पष्ट नहीं है। लेकिन केयरटेकर इसे 100 साल पुराना बता रहे हैं।
DM बंगले से सटी हुई थी मजार
ऑपइंडिया से बातचीत में स्थानीय निवासियों ने बताया, “मुल्लेशाह की दरगाह एटा में जिला जज के आवास के ठीक सामने बनी थी। यह दरगाह DM बंगले की बॉउंड्री से भी सटी हुई थी। पहले दरगाह छोटी सी थी जो बाद में आसपास अवैध निर्माण कर बड़ी हो गई थी। यहाँ पर कभी DM एटा के ड्राइवर रहे और अब रिटायर्ड प्रेमपाल सिंह ने अतिक्रमण कर के मकान आदि बनाना शुरू कर दिया था। बाद में यहाँ मेला लगने लगा था। दरगाह सुरक्षित है और उसके बगल अतिक्रमण को हटाया गया है।”