Friday, November 15, 2024
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10 ऑक्सीजन निर्माण संयंत्र, हर जिले में क्वारंटीन केंद्र, बढ़ती टेस्टिंग: कोविड से लड़ने के लिए योगी सरकार की पूरी रणनीति

लखनऊ में बनने वाले 5 क्वारंटीन केंद्रों में से 2 केंद्र तैयार हो चुके हैं और यहाँ 250 बिस्तरों की व्यवस्था भी की जा चुकी है। ये क्वारंटीन केंद्र मोहल्लागंज के राधास्वामी सत्संग व्यास स्थल और कंकहा के सरदार वल्लभ भाई पटेल इंस्टीट्यूट में बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त तीन अन्य क्वारंटीन केंद्र BBD विश्वविद्यालय, अवध शिल्प ग्राम और शकुंतला देवी विश्वविद्यालय में बनेंगे।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार ने कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण से लड़ने के लिए कमर कस ली है। सरकार ने यह निर्णय लिया है कि लखनऊ में 5 क्वारंटीन केंद्र स्थापित किए जाएँगे। इसके अलावा योगी सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि महाराष्ट्र जैसे राज्यों से वापस आने वाले प्रवासी मजदूरों को क्वारंटीन करने के लिए प्रत्येक जिले और गाँव में क्वारंटीन केंद्र बनाए जाएँ।

लखनऊ के 5 केंद्रों में से 2 तैयार :

लखनऊ में बनने वाले 5 क्वारंटीन केंद्रों में से 2 केंद्र तैयार हो चुके हैं और यहाँ 250 बिस्तरों की व्यवस्था भी की जा चुकी है। ये क्वारंटीन केंद्र मोहल्लागंज के राधास्वामी सत्संग व्यास स्थल और कंकहा के सरदार वल्लभ भाई पटेल इंस्टीट्यूट में बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त तीन अन्य क्वारंटीन केंद्र BBD विश्वविद्यालय, अवध शिल्प ग्राम और शकुंतला देवी विश्वविद्यालय में बनेंगे। राज्य सरकार इन केंद्रों में आवश्यक चिकित्सा सुविधा मुहैया कराएगी।

रेलवे स्टेशन, बस स्टैन्ड और एयरपोर्ट पर किया जाएगा टेस्ट :

राज्य के बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए सरकार रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और बस स्टैन्ड पर ही एंटीजेन और RT-PCR टेस्ट की व्यवस्था कर रही है। यदि किसी व्यक्ति में कोविड-19 के लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे क्वारंटीन केंद्रों में रखा जाएगा। यदि किसी व्यक्ति के पास होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं है तो उसे भी क़्वारण्टीन केंद्रों में ही ईलाज के लिए रखा जाएगा।

राज्य भर में 35 घंटों का सप्ताहांत लॉकडाउन :

राज्य में 17 अप्रैल को शाम 8 बजे से लॉकडाउन शुरू हो रहा है जो 19 अप्रैल को 7 बजे सुबह तक रहेगा। उत्तरप्रदेश सरकार के सूचना सहायक मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान सिर्फ सैनिटाइजेशन, स्वच्छता और आपात सेवाएँ ही जारी रहेंगी।

सहगल ने यह भी बताया कि सरकार प्रत्येक जिलों में कोविड-19 अस्पतालों की संख्या को बढ़ा रही है और साथ ही राज्य में L-2 और L-3 अस्पताल भी बढ़ाए जा रहे हैं।   

ऑक्सीजन निर्माण संयंत्रों की स्थापना :

18 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में 10 ऑक्सीजन निर्माण संयंत्रों की स्थापना का आदेश दिया। इन संयंत्रों की संस्थापना में डीआरडीओ सहयोग प्रदान करेगा। अगले दो हफ्तों में यह संयंत्र कार्यशील हो जाएँगे। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों से सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की सप्लाई को सुनिश्चित करने के लिए कहा है। साथ ही उन्होंने चिकित्सकीय शिक्षा डीजी को आदेशित किया है कि जहाँ भी ऑक्सीजन की कमी के कारण आईसीयू बिस्तर उपलब्ध नहीं हैं वहाँ तुरंत ही ऑक्सीजन की व्यवस्था की जाए। SGPGI में 20,000 लीटर की क्षमता का ऑक्सीजन संयंत्र शुरू हो चुका है।

टेस्ट और वैक्सीनेशन की बढ़ती रफ्तार :

ACS, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि राज्य में टेस्ट को बढ़ाने के सभी प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों में उत्तर प्रदेश में 2,15,790 टेस्ट हुए हैं। राज्य में अब तक 3,80,29,865 कोविड-19 टेस्ट हो चुके हैं। वैक्सीनेशन में भी राज्य आगे बढ़ने का पूरा प्रयास कर रहा है। उत्तर प्रदेश में अब तक 1,05,62,121 डोज दिए जा चुके हैं। जिनमें से 89,97,344 लोगों को वैक्सीन का पहला डोज दिया जा चुका है जबकि 15,64,777 लोगों को कोविड-19 वैक्सीन के दोनों डोज दिए जा चुके हैं।  

17 अप्रैल को उत्तर प्रदेश में 19,383 नए संक्रमित मरीज मिले जबकि 7,381 मरीज स्वस्थ होकर अपने घरों को गए। इसके अलावा कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण 120 लोगों की मृत्यु हुई।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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