उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में अलग-अलग समय पर धर्म परिवर्तन कर इस्लाम अपना चुके तीन लोगों ने फिर से हिंदू धर्म अपना लिया है। दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक, इन लोगों ने 2014, 2016 और 2019 में धर्मांतरण किया था और उसके बाद मुस्लिम धर्म अपना लिया था। सोमवार (जुलाई 26, 2021) को तीनों ने एक कार्यक्रम के दौरान हिंदू धर्म में वापसी की।
इन तीनों का सिर मुंडन कराया गया और फिर मंत्रोच्चार करवा कर इनका शुद्धीकरण किया गया। साथ ही हवन व यज्ञ कराकर इनकी हिंदू धर्म में वापसी कराई गई। रिपोर्ट में कहा गया कि बातचीत के दौरान इन्होंने बताया कि वे बहकावे व रुपये-पैसों के लालच में आ गए थे, जिसके बाद इन्होंने मुस्लिम धर्म अपना लिया था।
10 लाख रुपए के लालच में किया था धर्म परिवर्तन
आज से लगभग डेढ़ वर्ष पहले अरविंद कश्यप नाम के एक व्यक्ति ने मुस्लिम समाज के झाँसे में पड़कर धर्म परिवर्तन कर लिया और अकबर अली बन गया था। वह खुड्डा गाँव में देशी उपचार करता है। उसकी दुकान पर खोजानगला गाँव के खालिक उर्फ भूरा और नदीम का आना-जाना लगा रहता था। इस दौरान मौका पाते ही आरोपित उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए उकसाते थे। अरविंद का कहना है कि इस्लाम मजहब अपनाने के लिए ये दोनों लगातार उस पर दबाव बनाते रहते थे। इसके लिए दोनों ने उसे 10 लाख रुपए का लालच भी दिया।
यही नहीं, अमित को 10 लाख रुपये के साथ-साथ एक सुंदर महिला से निकाह कराने का भी लालच दिया गया था। ध्यान देने वाली ये है कि अमित की इससे पहले ही शादी हो गई थी। उसके तीन बच्चे भी हैं, जो अभी पढ़ाई कर रहे हैं। खालिक ने अरविंद को विश्वास दिलाया कि वह और लोगों का भी धर्मांतरण करा चुका है, इसलिए कुछ नहीं होगा। अब अरविंद ने पूरी रीति-रिवाज के साथ हिंदू धर्म में घर वापसी कर ली है।
पड़ोसी से प्रताड़ित होकर किया था धर्मांतरण
इसी तरह रोशन लाल नाम के दूसरे शख्स ने भी सोमवार को हिंदू धर्म में वापसी की। इनका परिवार राजस्थान का रहने वाला है, लेकिन 2016 में ये मुजफ्फरनगर के चरथावल में रहने के लिए आ गए थे। इन्हें नहीं पता था कि यहाँ इनके पड़ोसी मुस्लिम बनने के लिए इतना प्रताड़ित करेंगे कि धर्म परिवर्तन करके उन्हें रोशन लाल से रोशन बेग बनना पड़ेगा।
अमित से बन गया था अब्दुल्ला
वहीं, घर वापसी करने वाले तीसरे व्यक्ति का नाम अमित प्रजापति है। मुजफ्फरनगर के अमित भी धर्मांतरण के जाल में फँस गए थे। किसी मुस्लिम के संपर्क में आकर उन्होंने धर्म परिवर्तन कर लिया था और अमित से अब्दुल्ला बन गए थे। अब इन्होंने भी हिंदू धर्म में वापसी की है। सम्भलहेड़ा स्थित पंचमुखी महादेव मंदिर परिसर में हिन्दू जागरण मंच द्वारा घर वापसी के तहत शुद्धिकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसी कार्यक्रम में तीनों लोगों ने हिंदू धर्म में वापसी की।
वहीं, उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के रहने वाले अनुसूचित जाति के एक शख्स ने भी धर्मांतरण के बाद अपने मूल हिंदू धर्म में वापसी कर ली है। दरअसल, डेविड कुमार नाम का यह शख्स पुणे के एक बेकरी में काम करता था। इसी दौरान बेकरी संचालकों ने उसकी गरीबी दूर करने के नाम पर उसका धर्म परिवर्तन करवा दिया। धर्मान्तरण के बाद युवक ने अपना नाम डेविड कुमार से बदलकर मोहम्मद बिलाल रख लिया था।