उत्तर प्रदेश के कानपुर में सीएए के ख़िलाफ़ चल रहे धरना प्रदर्शन को समाप्त कराने पहुँची पुलिस टीम पर प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर दिया। इस दौरान पुलिस को हालात काबू करने के लिए लाठीचार्ज भी करना पड़ा। वहीं इसके बाद से इलाके में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। हालाँकि, पुलिस ने पार्क को खाली करा दिया है।
सोमवार को पुलिस फोर्स के साथ धरना स्थल पर पहुँचे प्रशासनिक अधिकारियों को देख प्रदर्शकारी महिलाओं ने सड़क पर उतरकर हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान तनावपूर्ण माहौल उत्पन्न हो गया। वहीं प्रदर्शनकारियों ने जब पुलिस पर पथराव करने की कोशिश की तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर धरने पर बैठे लोगों को खदेड़ना शुरू कर दिया और देखते ही देखते पुलिस ने पार्क को पूरी तरह से खाली करा दिया। वहीं माहौल को देखते हुए प्रशासन ने बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है। पुलिस कार्रवाई के ख़िलाफ प्रदर्शनकारी महिलाओं ने चमनगंज रोड को जाम कर दिया है।
Sanghi UP police again lathi charged against anti CAA protesters in Kanpur. #CAA_NRC_Protests @PJkanojia @BhimArmyChief @BhimArmyChief @anuragkashyap72 @anubhavsinha @jamiamillia_ @JNUSUofficial @PinjraTod @kavita_krishnan @hussainhaidry @UmarKhalidJNU @RanaAyyub @khanumarfa https://t.co/dnhkvBjy0c
— Raman Kumar Mandal (@IAmAsliRaman) February 9, 2020
कानपुर चमनगंज के मोहम्मद अली पार्क में पिछले करीब एक महीने से सीएए और एनआरसी के ख़िलाफ लोगों का धरना चल रहा था। बीते शनिवार को प्रदर्शनकारियों और पुलिस अधिकारियों की बीच वार्ता हुई। इसके बाद शनिवार को घोषणा कर दी गई कि समझौते के मुताबिक धरने को समाप्त कर दिया जाएगा, लेकिन घोषणा के बाद भी धरने को समाप्त नहीं किया गया और इसके बाद भी धरना स्थल पर करीब 100 की संख्या में लोग बैठे रहे। इस बात की जानकारी जैसे ही पुलिस अधिकारियों को हुई, तो वह सोमवार सुबह को ही मौके पर पहुँच गए।
Women at Kanpur’s Babupurwa area, who were participating in #CAA_NRCProtests since 19 January decide to call of dharna. They have written a letter requesting cases filed so far to be taken back. pic.twitter.com/7kL7avs6el
— akankshakumar (@akanksha_kumar3) February 10, 2020
आपको बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को डीआईजी अनंत देव ने दो टूक कहा था कि 80 लोगों को नोटिस देने और 200 लोगों को पाबंद करने के बाद भी धरना खत्म न हुआ तो पुलिस देशद्रोह की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी करेगी। साथ ही धरने का चेहरा बने और उपद्रवियों को पनाह देने के आरोपितों पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी। डीआईजी ने कहा था कि मोहम्मद अली पार्क और फूल पार्क में धरने को बाहर से लोग आकर समर्थन देने के साथ धरने पर बैठे लोगों को उकसा भी रहे हैं।