उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के कोतवाली क्षेत्र में बलात्कार करने के बाद वीडियो वायरल करने का एक और मामला सामने आया है। बता दें कि अब्दुल और नावेद नाम के दो युवकों ने 20 वर्षीय एक दलित युवती के साथ बलात्कार किया और फिर उसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।
पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपित अब्दुल को बुधवार (सितंबर 25, 2019) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि एक अन्य आरोपित नावेद फरार है। रामपुर के पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, “अपराध 12 सितंबर को हुआ था, लेकिन मंगलवार (सितंबर 24, 2019) की शाम को इसकी शिकायत दर्ज की गई। अब्दुल को एफआईआर दर्ज करने के 12 घंटे के भीतर स्वार रोड पर तोपखाना गेट इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया और आरोपित नावेद को पकड़ने के लिए पुलिस की 5 टीमों को लगाया गया है।”
दरअसल, 12 सितंबर 2019 को दलित लड़की गाँव में ही पास के खेत में चारा काटने गई थी, जहाँ नावेद और अब्दुल नाम के दो लोगों ने उसे दबोच लिया और जबरदस्ती उसे एक सुनसान इलाके में ले गए। यहाँ दोनों ने बंदूक की नोंक पर उसके साथ बलात्कार किया। जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो आरोपितों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। आरोपितों ने इसका वीडियो भी बनाया और फिर बाद में इसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया।
Rampur: A woman was gang-raped by 2 men of her village on 12 Sept, who also recorded the act&made the video viral. Police say “The woman & her relatives came to us with her complaint. FIR registered under various sec of IPC,SC/ST Act & IT Act. Accused will be arrested soon”(24.9) pic.twitter.com/BCsqk8b7lZ
— ANI UP (@ANINewsUP) September 25, 2019
आरोपितों की धमकी से डरकर पीड़िता ने अपने परिवार को इस बारे में कुछ भी नहीं बताया। मगर, आरोपित द्वारा वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने के बाद पीड़िता के परिवारवालों को इस घिनौने सच का पता चला। इसके बाद पीड़िता के परिजनों ने रामपुर पुलिस स्टेशन का दरवाजा खटखटाया और दोनों आरोपितों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की धारा 376-डी, 504, 325, एससी / एसटी अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों और आईटी अधिनियम की धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया।
इस बीच एसपी अजय पाल शर्मा ने कहा कि शुरुआती जाँच में ये पाया गया कि पीड़ित युवती का अब्दुल के साथ अफेयर था और अब्दुल ने फोन पर बातचीत की रिकॉर्डिंग भी की थी। एसपी ने कहा कि उन्हें आरोपितों द्वारा विभिन्न सोशल मीडिया साइटों पर अपलोड किए गए अपराध का 25-सेकंड का वीडियो भी मिला है। उन्होंने बताया कि पीड़िता को फिलहाल मेडिकल जाँच के लिए भेजा गया है। बाद में जाँच अधिकारी उसे सीआरपीसी की धारा 164 के तहत अपना बयान दर्ज कराने के लिए मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करेंगे।
गौरतलब है कि ऐसी ही एक घटना 22 सितंबर को सामने आई थी जिसमें कौशाम्बी जिले के घोसिया गाँव में तीन युवकों द्वारा एक दलित नाबालिग के साथ गैंगरेप किया गया था और इसका वीडियो बनाया गया था। इस मामले में, नाज़िक नाम के एक आरोपित को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया, जबकि आदिल नाम का मुख्य आरोपित को अगले दिन पकड़ा गया, जो एक मजार में छिपा हुआ था। पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ के बाद उसे दबोच लिया गया था। वहीं, तीसरे आरोपित मोहम्मद आकिब उर्फ बड़का को कौशाम्बी पुलिस ने सराय अकिल इलाके से हिरासत में ले लिया है। इस पर 25 हजार का इनाम भी रखा गया था।