उत्तराखंड देश का चौथा ऐसा राज्य बन गया है जिसने पुलिस विभाग में महिला कमांडो को शामिल किया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार (24 फरवरी 2021) को महिला कमांडो फ़ोर्स (women commando force) और स्मार्ट चीता फ़ोर्स (smart cheetah) को लॉन्च किया। बुधवार को कठिन प्रशिक्षण के बाद कुल 22 महिला कमांडो राज्य के आतंकवादी रोधी दस्ते (एटीएस) गुलदार में शामिल हो गईं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कमांडो प्रशिक्षक शिफू शौर्य भारद्वाज, सेना अधिकारी रुबीना कोर्की, पीटीसी नरेन्द्र नागर, प्रशिक्षक हितेश कुमार, कमांडो इन्स्पेक्टर नीरज कुमार और प्रशिक्षित महिला पुलिस कमांडो को सम्मानित भी किया।
Uttarakhand has become the fourth state in the country where a squad of women commandos has been added to the police department: Uttarakhand CM Trivendra Singh Rawat on the launch of Women’s Commando Force and Smart Cheetah Force in the state (24.02.2021) pic.twitter.com/GQaKkWUyRO
— ANI (@ANI) February 25, 2021
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा, “आज महिला कमांडो को प्रदेश पुलिस का हिस्सा बनाया गया है। उत्तराखंड देश का चौथा ऐसा राज्य होगा जहाँ पुलिस विभाग में महिला कमांडो शामिल की जा रही हैं। इसके पहले उनका प्रशिक्षण भी किया गया है।”
प्रदेश में महिला कमांडो फोर्स एवं स्मार्ट चीता पुलिस का आज शुभारंभ किया। महिला कमांडो फोर्स एवं स्मार्ट चीता पुलिस का शुभारंभ करने वाला उत्तराखंड चौथा राज्य बन गया है।
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) February 24, 2021
समाज में जिस तरह से बदलाव हो रहे हैं उस दृष्टि से यह बेहद जरूरी है कि महिलाओं को स्वावलंबी और साहसी बनाया जाए। pic.twitter.com/NMF8uN5oK3
गौरतलब है कि उत्तराखंड से पहले नागालैंड, केरल और पश्चिम बंगाल में महिला कमांडो दस्ते पुलिस में शामिल किए जा चुके हैं। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि महिला पुलिस कमांडो दस्ते तथा चीता पुलिस दल के गठन से राज्य की महिलाओं में पुलिस के प्रति विश्वास एवं मनोबल बढ़ेगा। उन्होंने कहा, “वह अपनी परेशानियों को महिला पुलिस से साझा कर सकेंगी जिससे महिला अपराधों को नियंत्रित किया जा सकेगा।”
मुख्यमंत्री के मुताबिक़, “स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं आत्मरक्षा की तकनीक सिखाना बहुत ज़रूरी है। बेटियों को प्रेरणा देना ज़रूरी है, यह समाज की ज़रूरत है। उन्हें आत्मरक्षा की मूलभूत जानकारी होनी चाहिए। हमारा प्रयास है कि आने वाले समय में बेटियों को आत्मरक्षा के लिहाज़ से प्रशिक्षित करना चाहिए।” देहरादून पुलिस लाइन की 22 महिला कमांडो को प्रशिक्षण दिया गया और उन्होंने कार्यक्रम के दौरान इसका प्रदर्शन भी किया।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने चमोली जिले में आई आपदा के दौरान शहीद हुए दो पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। इस मौके पर विधायक विनोद चमोली, महिला आयोग (women commission) की मुखिया विजया बर्थलवाल, मुख्यमंत्री के सेवानिवृत्त सेना सुरक्षा सलाहकार जेएस नेगी, गृह सचिव नितेश झा, डीजीपी अशोक कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।