उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में अवैध तौर पर ईसाई धर्मांतरण का मामला सामने आया है। आरोप है कि रवि फ्रांसिस नाम का पादरी इस इलाके में प्रार्थना के नाम पर भोले-भाले हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन करवाता है। इस घटना के विरोध में हिन्दू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। मामले की जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुँची और पादरी को अपने साथ थाने ले आई। बताया जा रहा है कि बाद में पादरी को छोड़ दिया गया है, लेकिन इस मामले में केस दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी गई है। घटना रविवार (20 नवंबर, 2022) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला ईसी रोड का है। यहाँ आरोपित पादरी रवि फ्रांसिस का घर है। घटना की शिकायत देहरादून के ही छत्रपाल सिंह ने दी है। उन्होंने पादरी पर आरोप लगाते हुए बताया कि उसके घर पर अक्सर ईसाइयों का कार्यक्रम चलता रहता है। शिकायत में आगे बताया गया है कि रविवार को देहरादून के बाहर के भी लोगों को कार्यक्रम में बुलाया गया था जिसमें पौड़ी गढ़वाल तक के हिन्दू शामिल थे।
अपनी शिकायत में छत्रपाल सिंह ने आरोप लगाया है कि इस सभा में हिन्दू देवी-देवताओं के बारे में अशोभनीय बातें बोली जा रहीं थी। शिकायतकर्ता के मुताबिक वो खुद उस कार्यक्रम में मौजूद थे जहाँ हिन्दू समाज के लोगों के धर्म परिवर्तन की कोशिश की जा रही थी। शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया है कि पादरी पानी का लोटा ले कर सभा में मौजूद लोगों पर छिड़क रहा था। इस दौरान वो हिन्दू देवी-देवताओं की तस्वीरों को घर से बाहर फेंक देने के लिए भी कह रहा था।
देहरादून के चर्च में किया जा रहा था हिंदुओं का धर्मांतरण #Dehradun #ReligiousConversion @rashid_hashmi pic.twitter.com/yB3I8QaFDZ
— India News (@IndiaNews_itv) November 20, 2022
छत्रपाल के अनुसार, जब उन्होंने रवि फ्रांसिस की इस हरकत का विरोध किया तब उनकी पिटाई भी की गई। उनका आरोप है कि अभी तक पादरी रवि फ्रांसिस लगभग 50 से 60 लोगों को ईसाई बना चुका है। अपने ऊपर लगे आरोपों की सफाई में रवि फ्रांसिस ने बताया कि वो किसी को बुलावा नहीं भेजता, बल्कि लोग खुद ही उसके पास प्रार्थना के लिए आते हैं। पादरी ने खुद पर लगाए धर्मांतरण के आरोपों से भी इंकार कर दिया।
इस घटना की जानकारी हिन्दू संगठनों को हुई तो उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची और लोगों को समझा-बुझा कर शांत करवाया। पुलिस पादरी को भी अपने साथ ले गई थी जिसे थोड़ी देर की पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था। बाद में सीनियर अधिकारियों के निर्देश पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी गई है। देहरादून की पुलिस अधीक्षक सरिता डोभाल के मुताबिक जो भी धर्मांतरण के अपराध में लिप्त पाया जाएगा उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।