Sunday, September 8, 2024
Homeदेश-समाजबिहार-बंगाल में बढ़ा बवाल, धारा 144 लागू: पथराव रोकने के लिए सुरक्षाबल तैनात, कट्टरपंथियों...

बिहार-बंगाल में बढ़ा बवाल, धारा 144 लागू: पथराव रोकने के लिए सुरक्षाबल तैनात, कट्टरपंथियों ने हिंदुओं के घर-दुकानों में आग लगाई

ADM चंद्रशेखर के अनुसार, "दो गुटों के बीच तनाव है। पथराव भी हुआ है। कुछ घरों में आग भी लगा दी गई। आग बुझाई जा रही है। प्रशासन ने मौके पर पहुँचकर उन्हें शांत कराया गया।" उन्होंने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है। स्थिति को नियंत्रित करने में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।

रामनवमी के मौके पर बिहार-बंगाल के कई इलाकों में कट्टरपंथियों द्वारा शोभायात्रा पर हमला किया गया। वहीं, बंगाल के हावड़ा में रामनवमी के दिन हिंदुओं के खिलाफ शुरू हुई हिंसा अगले दिन जुमे पर भी जारी है। शुक्रवार (31 मार्च 2023) को भी हिंसा के बाद हावड़ा में धारा 144 लागू कर दिया गया है। वहीं, बिहार के नालंदा और सासाराम में भी हिंसा की घटनाएँ सामने आई हैं।

बिहार के नालंदा जिले के लहेरी थाना क्षेत्र के गगन दीवान के पास हिंदुओं के साथ मारपीट की गई। इतना ही नहीं, लोगों पर पथराव और वाहनों में आगजनी भी हुई। इसके बाद हिंदुओं की तरफ से भी प्रतिक्रिया दी गई। हालात को देखते हुए मौके पर पुलिस और प्रशासन मौजूद है।

वहीं, सासाराम में रामनवमी के जुलूस के बाद दो गुटों में मारपीट हो गई। इस दौरान पथराव करने की भी सूचना है। घटना की सूचना पर पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुँचकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। सासाराम शहर में धारा 144 कर दिया गया है।

ADM चंद्रशेखर के अनुसार, “दो गुटों के बीच तनाव है। पथराव भी हुआ है। कुछ घरों में आग भी लगा दी गई। आग बुझाई जा रही है। प्रशासन ने मौके पर पहुँचकर उन्हें शांत कराया गया।” उन्होंने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है। स्थिति को नियंत्रित करने में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।

वहीं, रामनवमी के दिन हिंसा के बाद अगले दिन यानी 31 दिसंबर 2023 को भी हावड़ा में हिंदुओं पर पत्थरबाजी की गई। हालात को देखते हुए इलाके में धारा 144 लगा दिया गया है। वहीं, मुंबई में हुए हमले में 21 लोगों को गिरप्तार किया गया है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -