महाराष्ट्र में जब से शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार बनी है, पुलिस महकमे को लेकर लगातार नकारात्मक खबरें आती रही है। अब आशंका जताई जा रही है कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह देश छोड़कर भाग गए हैं। मीडिया रिपोर्टों में उनके रूस में होने की बात कही जा रही है। इससे पहले राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को लेकर भी इस तरह की खबरें आ चुकी है। मीडिया रिपोर्टों में बताया गया था कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कई समन की अनदेखी कर चुके देशमुख के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लुकआउट नोटिस जारी किया है।
सिंह को लेकर जताई जा रही आशंकाओं पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने गुरुवार 30 सितंबर 2021 को कहा कि सरकार उनका पता लगाने की कोशिश कर रही है। परमबीर सिंह मुंबई के पुलिस कमिश्नर रह चुके हैं। फिलहाल वे महाराष्ट्र होमगार्ड के डीजी हैं। पुलिस कमिश्नर के पद से हटाए जाने के बाद उन्होंने दावा किया था कि तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई पुलिस के बर्खास्त सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे को 100 करोड़ की वसूली का टारगेट दे रखा था। बाद में इन आरोपों के चलते देशमुख को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री का कहना है कि जाँच एजेंसियों को इस बात का शक है कि सिंह देश छोड़कर भाग गए हैं और एजेंसियों को उनके ठिकाने की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ उनका मंत्रालय भी उनका पता लगाने की कोशिश कर रहा है। परमबीर सिंह के रूस भागने की खबरों पर पाटिल ने कहा, “मैंने कुछ ऐसा सुना है, लेकिन एक सरकारी अधिकारी होने के कारण वह सरकार की इजाजत के बिना विदेश नहीं जा सकते। अगर वह चले गए हैं, तो ये अच्छा नहीं है।”
Efforts are being made to find out the whereabouts of Former Mumbai Police Commissioner Parambir Singh. The State Government is also in touch with the Union Home Ministry: Dilip Walse-Patil, Home Minister, Maharashtra pic.twitter.com/BxMhZC1BxU
— All India Radio News (@airnewsalerts) September 30, 2021
उन्होंने बताया कि कई बार पेश होने के लिए नोटिस जारी होने के बाद भी परमबीर सिंह जाँच एजेंसियों के सामने नहीं आए, जिसके बाद उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है।
उल्लेखनीय है कि परमबीर सिंह एंटीलिया बम कांड, मनसुख हिरेन हत्याकांड और मुंबई पुलिस द्वारा जबरन वसूली समेत कई मामलों में घिरे हैं। एनआईए ने उन्हें एंटीलिया और मनसुख हिरेन मामले में जाँच के लिए कई नोटिस भेज चुकी है। राज्य सरकार द्वारा नियुक्त एक आयोग पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख सहित महाराष्ट्र के मंत्रियों की ओर से मुंबई पुलिस द्वारा जबरन वसूली के आरोपों की जाँच कर रहा है।
परमबीर सिंह स्वास्थ्य कारणों से 5 मई से छुट्टी पर हैं। उन्होंने राज्य सरकार को सूचना भेजकर अपनी छुट्टी को बढ़ाने की माँग की थी। उनका आखिरी पत्र अगस्त के दूसरे सप्ताह में सामने आया था, जिसमें 29 अगस्त तक छुट्टी बढ़ाने की माँग उन्होंने सरकार से की थी। उसके बाद से उनसे किसी तरह का कोई संवाद नहीं हुआ है।
अजीब बात यह है कि परमबीर सिंह ने वकीलों के जरिए अपने खिलाफ चल रहे मामलों में एफिडेविट दायर किया था, लेकिन जाँच एजेंसियों के सामने पेश होने के नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया। इस मामले में उनके वकीलों का कहना था कि परमबीर सिंह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हो सकते हैं, लेकिन अभियोजन पक्ष के वकीलों ने इसका विरोध किया था।