उत्तर प्रदेश के उन्नाव में हसनगंज थाना क्षेत्र के एक गाँव में शादी का झाँसा देकर लगातार दुष्कर्म की शिकार युवती ने सोमवार को एसपी आफिस के गेट पर खुद को आग लगा ली। आग का गोला बनी युवती आफिस के भीतर घुसी तो हड़कंप मच गया। दुष्कर्म पीड़िता ने हालात से तंग आकर सोमवार (16 दिसंबर) को एसपी ऑफ़िस के बाहर ख़ुद को आग लगा ली। इस दौरान वो 50 फ़ीसदी तक जल गई। हालाँकि, पुलिसकर्मियों ने जल्द ही पीड़िता के जलते हुए कपड़े फाड़कर उन्हें कम्बल में लपेट लिया। बता दें कि यह मामला हसनगंज का है। पीड़िता को गंभीर हालत में ज़िला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उनकी स्थिति को देखते हुए कानपुर रेफर कर दिया गया।
ख़बर के अनुसार, पीड़िता ने सोमवार को क़रीब 11:30 बजे एसपी ऑफ़िस के मुख्य गेट पर पहुँची, जहाँ उन्होंने ख़ुद पर पेट्रोल डालकर ख़ुद को आग लगा ली और ऑफ़िस के अंदर घुसने का प्रयास करने लगी। इस दौरान वहाँ मौजूद पुलिसकर्मियों की नज़र पीड़िता पर पड़ी और उन्होंने पीड़िता को पकड़ लिया और कम्बल से ढककर उनकी जान बचाई।
घटना की जानकारी मिलते ही डीएम देवेंद्र कुमार पांडेय और एसपी विक्रांत वीर भी घटना-स्थल पर पहुँचे और पीड़िता से पूरी जानकारी ली। पीड़िता ने आरोप लगाया कि शादी के नाम पर उसके साथ दुष्कर्म किया गया। इस मामले में तीन महीने पहले उन्होंने हसनगंज कोतवाली में शिक़ायत दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं, पीड़िता की माँ ने भी बेटी की बात को दोहराया। दुष्कर्म की घटना के बाद मामले को दबाने के लिए मुख्य आरोपित अवधेश सिंह और उसके साथियों ने पीड़िता के घर पर जाकर उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी थी।एसपी विक्रांत वीर ने बताया,
“महिला ने हसनगंज थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (रेप) का मुक़दमा दर्ज कराया था। 10 साल से दोनों के बीच संबंध थे। आरोपित अब शादी से इनकार कर रहा है। इसके बाद ही महिला ने यह मुक़दमा दर्ज कराया है। आग लगाने के कारणों के बारे में अभी महिला ज्यादा कुछ बता नहीं पाई हैं। अभी उनकी स्थिति को देखते हुए कानपुर रेफर किया गया है।”
जानकारी के अनुसार, 30 सितंबर को पीड़िता के घर पर मारपीट करने के मामले में उसने एसपी को प्रार्थना-पत्र दिया था। इसके दो अक्टूबर को शारीरिक शोषण के मुख्य आरोपित अवधेश सिंह, उसके भाई और एक अन्य के ख़िलाफ़ दुष्कर्म और जान से मारने की धमकी देने का मुक़दमा हसनगंज कोतवाली में दर्ज हुआ था। इस पर जानकारी देते हुए इंस्पेक्टर हसनगंज अरुण सिंह ने बताया कि दुष्कर्म के मामले में 13 दिसंबर को अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी गई थी।
इसके अलावा, उन्होंने बताया आरोपितों ने हाईकोर्ट से अग्रिम ज़मामत ले रखी थी, इसलिए उनकी गिरफ़्तारी नहीं की गई। इस मामले में मुक़दमा दर्ज करने के साथ पुलिस विवेचना पूर्ण कर न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है।
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