Saturday, July 27, 2024
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खाप पंचायतों के दिल्ली कूच करने की घोषणा के बाद दिल्ली बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा, पैरा मिलिट्री फोर्स तैनात: पहलवानों के संसद मार्च को लेकर भी पुलिस सतर्क

दरअसल, तीन सप्ताह पहले किसान संगठन और खाप पंचायत पहलवानों के समर्थन में जंतर मंतर पहुँचे थे। इस दौरान उन्होंने दिल्ली पुलिस और मोदी सरकार को 15 दिन में कार्रवाई का अल्टीमेटम देते हुए बड़े आंदोलन की चेतावनी दी थी। बताते चलें कि उनका अल्टीमेटम 21 मई 2023 को ही पूरा हो गया है।

देश को मिले नए संसद भवन के ऐतिहासिक मौके पर किसान नेताओं और हरियाणा के जाट समुदाय से जुड़ीं खाप पंचायतों के दिल्ली कूच करने की घोषणा के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई। सिंघु बॉर्डर सहित दिल्ली के हर बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ-साथ पैरामिलिट्री फोर्स को भी तैनात किया गया है।

दरअसल, भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जंतर-मंतर पर बैठे पहलवानों को इन लोगों ने अपना समर्थन दिया है। इसके साथ खाप पंचायतें और राकेश टिकैत ने दिल्ली पहुँचने की बात कही है।

इधर धरने पर बैठे पहलवानों ने भी जंतर-मंतर से संसद भवन तक मार्च निकालने का ऐलान किया है। इसके अलावा, महिला खाप पंचायत की भी घोषणा की गई है। इसको देखते हुए नई दिल्ली क्षेत्र से लेकर दिल्ली की सीमाओं तक सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

सिंघु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर सहित दिल्ली के हर बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी है। इसके साथ ही आने-जाने हर व्यक्ति की भी जाँच की जा रही है। महिला खाप पंचायत को देखते हुए सिंघु बॉर्डर पर बड़ी संख्या में महिला जवानों को भी तैनात किया गया है।

हरियाणा के सोनीपत नेशनल हाईवे 44 पर दिल्ली के कुंडली बॉर्डर पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। वहाँ पर वाटर कैनन, बज्र वाहन के अलावा डीसीपी और एसीपी स्तर के अधिकारियों के साथ हजारों की संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।

दिल्ली के लिए रवाना होने वाले किसान संगठनों एवं खाप पंचायतों के कार्यकर्ताओं को पुलिस जगह-जगह रोक रही है। पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सदस्यों को अंबाला बॉर्डर पर रोक दिया गया है। वहीं, दिल्ली बॉर्डर पर पहुँचे कुछ लोगों को भी पुलिस ने रोक दिया है।

शनिवार (27 मई 2023) को राकेश टिकैत ने दिल्ली पहुँचने का ऐलान किया था। टिकैत ने कहा था, “पुलिस ज्यादा तंग ना करे। हम आएँगे जरूर। अगर हमें यहाँ (बॉर्डर पर) रोका गया तो हम यहीं बैठ जाएँगे।” उन्होंने कहा था कि किसान ट्रैक्टर की जगह अन्य वाहनों से दिल्ली बॉर्डर जाएँगे।

दरअसल, तीन सप्ताह पहले किसान संगठन और खाप पंचायत पहलवानों के समर्थन में जंतर मंतर पहुँचे थे। इस दौरान उन्होंने दिल्ली पुलिस और मोदी सरकार को 15 दिन में कार्रवाई का अल्टीमेटम देते हुए बड़े आंदोलन की चेतावनी दी थी। बताते चलें कि उनका अल्टीमेटम 21 मई 2023 को ही पूरा हो गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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