राम नगरी अयोध्या रोशनी से सराबोर नजर आ रही है। कोविड-19 के दिशा-निर्देशों को मद्देनजर रखते हुए दीपोत्सव 2020 के लिए अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया गया है। राम की पैड़ी में इस वर्ष के ‘दीपोत्सव’ समारोह के लिए खास तैयारियाँ चल रही हैं। दीपोत्सव समारोह 13 नवंबर को ‘छोटी दिवाली’ के साथ शुरू हो चुका है।
रामजन्मभूमि पर राममंदिर निर्माण की आधारशिला रखे जाने के बाद यह पहली दिवाली है। उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी ने कहा कि यह पहली बार होगा जब दीपोत्सव अयोध्या में राम जन्मभूमि पर आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम पिछले 500 वर्षों से लंबित था।
#LIVE: प्रभु श्रीराम की अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव… #Deepotsav2020 https://t.co/sfetEmdErl
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) November 13, 2020
इस वर्ष अयोध्या के लोगों को एक अलग ही अंदाज में उत्साह और जश्न मनाते हुए देखा जा रहा है। आयोजन के लिए गुरुवार को कई लोग अयोध्या में राम की पैड़ी को सजाने के लिए एकत्र हुए।
11 झांकियों को लगभग 100 से अधिक कार्यकर्ताओं द्वारा तैयार किया गया है। इस साल सरयू तट यानी राम की पौड़ी पर 5.51 लाख दीये जलाकर विश्व कीर्तिमान भी बनाया जाएगा।
वहीं उत्तरप्रदेश के सीएम ऑफिस के ट्विटर एकाउंट से ट्वीट कर जानकारी दी गई कि,”मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुसार अयोध्या में आयोजित किए जा रहे ‘दीपोत्सव-2020’ में वर्चुअल दीपोत्सव की व्यवस्था की गई है। कोविड-19 के कारण अयोध्या न पहुँच पाने वाले श्रद्धालु वेबसाइट के माध्यम से श्रीरामलला विराजमान के समक्ष वर्चुअली दीप प्रज्ज्वलित कर सकेंगे।”
CM श्री @myogiadityanath जी के निर्देशों के क्रम में अयोध्या में आयोजित किए जा रहे ‘दीपोत्सव-2020’ में वर्चुअल दीपोत्सव की व्यवस्था की गई है। कोविड-19 के कारण अयोध्या न पहुंच पाने वाले श्रद्धालु वेबसाइट के माध्यम से श्रीरामलला विराजमान के समक्ष वर्चुअली दीप प्रज्ज्वलित कर सकेंगे।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) November 9, 2020
अयोध्या में वर्चुअल लाइटिंग भी लोगों का मन मोह रही है। दीपों से सजी पूरी अयोध्या बेहद खूबसूरत नजर आ रही है। अयोध्या में मौजूद सभी मंदिरों, घरों के बाहर भी दीये जलाए गए हैं। पूरा शहर रोशनी से नहाया हुआ नजर आ रहा है।
दीवाली की पूर्व संध्या पर,उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी राम जन्मभूमि स्थल पर भगवान राम की पूजा-अर्चना की। बता दें राम मंदिर के निर्माण के कारण, रामलला को उनके मूल स्थान से स्थानांतरित कर दिया गया था।
इस दौरान सीएम ने कहा कि पीएम मोदी की प्रेरणा से पाँच सदी बाद प्रभु श्री राम के भव्य मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ है। कई पीढ़ियों से सभी के मन में एक ही तमन्ना थी कि हम भगवान श्री राम के भव्य मंदिर के निर्माण कार्य को अपनी आँखों से देख लेते तो हमारा जन्म और जीवन धन्य हो जाता। ये कार्य प्रधानमंत्री मोदी जी के कारण सफल हुआ है।
यूपी सरकार द्वारा जारी एक स्टेटमेंट में कहा गया है, “लगभग पाँच शताब्दियों के इंतजार के बाद आखिरकार श्री राम जन्मभूमि मंदिर बनाने का सपना पूरा हो रहा है। कोई भी भक्त राम दरबार में आस्था के दीप जलाने से वंचित नहीं होना चाहिए। सभी की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए, उत्तर प्रदेश सरकार ने एक वेबसाइट तैयार की है, जिसके जरिए वर्चुअल लैंप जलाया जा सकता है।”
इतिहास में यह पहली बार होगा जब राम जन्मभूमि परिसर में वर्चुअल रूप में कोई भी व्यक्ति दीपक जला सकता है। यह मंच लोगों को अपने अनुसार लैंपस्टैंड चुनने का मौका देगा। साथ ही घी, सरसों और तिल के तेल जैसे विकल्प भी उपलब्ध होंगे।