दरअसल, 40 साल की उषा सिंह हाईकोर्ट के ऑडिट भवन में हाउस कीपिंग का काम करती हैं। पति योगेंद्र सिंह की 12 साल पहले ही मौत हो गई। घर में अब सिर्फ उषा सिंह और उनकी 16 साल की बेटी लकी रहती थी। लकी का पड़ोस में रहने वाले शाहिद से चक्कर चल रहा है। माँ को इसकी खबर लगी। विरोध किया तो बॉयफ्रेंड शाहिद संग मिलकर माँ को रास्ते से हटा दिया।
पुलिस ने बताया कि उषा की हत्या सिर्फ गला दबाकर नहीं की गई। बल्कि इसके बाद शीशे के टुकड़े से गले को रेता भी गया है। बेटी लकी ने पूछताछ में जुर्म कबूल लिया है। जबकि प्रेमी शाहिद फरार है। पड़ोसियों का कहना है कि लकी का चाल-चलन ठीक नहीं था। पहले भी शाहिद के साथ घर से भाग चुकी है। इसीलिए माँ अक्सर बेटी को अपने साथ काम पर लेकर जाती थी।