दिल्ली के कुख्यात सीरियल किलर चंद्रकांत झा को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। बिहार के मधेपुरा का रहने वाला चंद्रकांत झा को 3 हत्याओं के दोषी पाया गया और उसे साल 2013 में आजीवन कारावास की सजा मिली। साल 2023 में उसे 90 दिनों का परोल मिला, लेकिन समय बीतने के बाद भी उसने आत्मसमर्पण नहीं किया। इसके बाद दिल्ली पुलिस उसकी तलाश में जुट गई।
17 जनवरी 2025 को चंद्रकांत झा को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया। वह बिहार भागने की कोशिश कर रहा था। कहा जाता है कि साल 1997 से 2007 के बीच उसने 18 लोगों की हत्या कर दी थी। वह गरीब लोगों को अपने झाँसे में फाँसता था। वह उनसे पहले दोस्ती करता, फिर उनकी हत्या करके टुकड़ों में काट देता था। इन टुकड़ों को वह दिल्ली के तिहाड़ जेल के आसपास फेंक देता था।
इतना ही नहीं, शवों के इन टुकड़ों के साथ वह एक चिट्ठी भी फेंकता था जिसमें लिखा होता था, ‘मैंने हत्या की है, पकड़ सको तो पकड़ लो’। पत्र में पुलिस को ‘तुम्हारा बाप’…’तुम्हारा जीजाजी’ लिखता था। कहा जाता है कि उसने 18 लोगों की हत्या की थी। हालाँकि, उसे सिर्फ 3 ही हत्या के मामले में मौत की सजा हुई, जिसे बाद में आजीवन कारावास में बदल दिया गया। उस पर ‘नेटफ्लिक्स’ पर एक डॉक्यूमेंट्री ‘इंडियन प्रीडेटर, द बुचर ऑफ डेल्ही’ बनाई गई थी